मेरा गुप्त जीवन- 119
मैं कम्मो के साथ आबिदा और रोजी के कमरे की तरफ चल पड़ा जहाँ पहुँच कर देखा तो दोनों ने अपनी बहुत ही पतली झीनी सी नाइटी पहन रखी थी जो मुश्किल से उनके घुटनों तक ही आ रही थी और दोनों ने नाइटी के अलावा कुछ भी नहीं पहन रखा था।
मैं कम्मो के साथ आबिदा और रोजी के कमरे की तरफ चल पड़ा जहाँ पहुँच कर देखा तो दोनों ने अपनी बहुत ही पतली झीनी सी नाइटी पहन रखी थी जो मुश्किल से उनके घुटनों तक ही आ रही थी और दोनों ने नाइटी के अलावा कुछ भी नहीं पहन रखा था।
कॉलेज़ में एक नई लड़की आई तो मैंने उससे दोस्ती कर ली और कुछ दिन में उसे पाई लव यू' भी बोल दिया। एक दिन उसके घर में कोई नहीं था तो उसने मुझे अपने घर बुलाया और…
दीपक नहीं माना और जबरन गेट खोल कर अन्दर आ गया। उसने अपना लौड़ा निकाल कर मेरे मुँह में दे दिया.. जितना अन्दर जा सकता था उतना घुसेड़ दिया और फिर मेरे मुँह मे ही मूतने लगा।
मैं रोज रात को ब्लू फ़िल्में देख कर अपनी चूत की आग उंगली से बुझा लेती थी.. लेकिन आज मुझे एक रूममेट के साथ रात बितानी थी। रात के 11 बजे में उठकर बाथरूम में जाने लगी... क्योंकि मेरी चूत में बुरी तरह आग लगी हुई थी।
काफ़ी दिन बाद बुआ मेरे घर आई तो मैं अकेला था। बुआ मेरे कमरे में आई.. तो आते ही बोली- सब लोग कहाँ चले गए? वो मेरे पास बैठ गई तो मैंने उसे पकड़ लिया।
सारी डांसर लड़कियाँ मुझसे चुदाने को मरी जा रही थी तो कम्मो ने तय किया कि रोज दो लडकियाँ अपने कमरे में और एक मैडम रात चुदेंगी. इस तरह सबका नम्बर आएगा.
सड़क पर चुद रही लड़की और उसका यार मेरे घर आ गये। मेरा लौड़ा देख कर लड़की मुझ पर फ़िदा हो गई। इस भाग में पढ़ें कि कैसे उसने मेरे साथ नहा कर मेरा लौड़ा चूसा, गान्ड मरवाई।
मेरे भाई के दोस्त ने मेरी सील तोड़ दी थी। मैं बार बार चुदना चाह रही थी। उसी दिन दोपहर को भाई के तीन दोस्त आये मैं समझ गई कि आज मेरी चुदाई 4 लौड़ों से होने वाली है।
चूत में लौड़ा जाएगा तो फटेगी ही ना.. वैसे कुछ भी कहो.. तुम सच में कमाल की हो.. ऐसे हुस्न के साथ आज तक कुँवारी घूम रही हो.. अगर तुम मेरी बहन ना होती.. तो मैं कब का तेरी चूत फाड़ चुका होता।
मेरी बुआ 18 साल की है, उसका शरीर बहुत ही कामुक है, उसका जिस्म ऐसा है कि अगर कोई भी उसे देख ले.. तो उसे चोदने के लिए तड़प उठे। उसका रंग गोरा नहीं है.. मगर फ़िर भी उसके ऊपर दिल मचल जाता है।
एक रात करीब नौ बजे दिल्ली - नोएडा हाईवे से अपनी बुलेट से लौट रहा था कि मैंने सड़क के एक किनारे एक कार को हिलते हुए देखा.. मैंने देखा कि कार का शीशा खुला हुआ है और एक लड़की लड़के के लण्ड पर बैठ कर उछल-कूद कर रही है.. जिससे उसकी चूचियाँ भी रह-रह कर उछल रही थीं।
जूली मुझसे चुदाना चाह रही थी तो मैंने उसे मज़ा देते हुए चोद दिया और डांस की रिहर्सल देखने लगा. वहाँ तीन लड़कियाँ मेरे आगे खड़ी हो गई, हाथ पीछे करके लंड पर रख लिया.
करीब दो महीने बाद हमारा प्रोग्राम बना मगर इस दौरान मैं उसे पूरी ट्रेंड कर चुका था, लंड चूसना, चूत चटवानी, चूची चुसवानी, ये सब जब भी मौका मिलता, हम करते। एक दिन उसने कहा कि उसे मुझसे प्यार हो गया है। मगर मेरे मन में ऐसा कोई भाव नहीं था, मुझे सिर्फ उसकी कच्ची […]
प्रिय अन्तर्वासना पाठको नवम्बर महीने में प्रकाशित कहानियों में से पाठकों की पसंद की पांच कहानियां आपके समक्ष प्रस्तुत हैं…
आदाब दोस्तो, मेरा नाम सोफिया मंसूरी है, मैं बहुत गर्म किस्म की लड़की हूँ, मुझे सेक्स बहुत पसंद आता है और अब मुझे आदत सी हो गई है कि हर दिन नया लंड और मेरी बुरी तरह चुदाई करने वाला कोई मिल जाए पर मुझे इस तरह चोदने वाला अब तक कोई मिला नहीं है. पर मुझे अब जरिया मिल गया है, अन्तर्वासना में अपनी जिंदगी की हर कहानी आपको बताऊंगी।
मैं पहली बार अपने जीवन में समलैंगिक अथवा ‘गे’ बनने के बारे में लिख रहा हूँ, उम्मीद करता हूँ कि आप सबको पसंद आएगी। मेरी नींद रात 2 बजे खुली.. तो मैंने पाया कि अजय मेरा लण्ड सहला रहा है..
फिल्मी डांसर लडकियाँ आ गई थी. सबको कमरों में भेज कर मैं रसोई में आया तो मुझे गाँव की वो काली लड़की दिखा गई, मैं उसे चोदना चाहता था. कम्मो ने मेरी नज़र देख ली.
घर में कामवाली लड़की देखने में तो कुछ ख़ास नहीं थी पर वो कुंवारी थी तो उसकी अनचुदी बुर की सील तोड़ने का लालच मैं छोड़ नहीं पाया और धीरे धीरे उसे सेट करके चोदा.
चूत चाटने से चेतना अपनी चूत की पहली चुदाई के लिये उतावली थी तो मैंने दो उंगलियाँ डालीं और लौड़े के लिए चूत का मुँह खोल कर लण्ड का टोपा उसके गुलाबी छेद पर रखा।
मेरे पड़ोस में रहने वाली भाभी नयना की है, उनका फिगर बड़ा मस्त है। हम दोनों की अच्छी जमती थी और हम दोनों ही एक-दूसरे से बात करने का बहाना ढूंढते रहते थे।