नर्स को पटा कर चूत चोदी
मैं अस्पताल की कालोनी में रहता हूँ, पास में बहुत सारी नर्सों के घर हैं. मैंने एक नर्स रिया को पटा कर कैसे चोदा, इस कहानी में पढ़िए !
मैं अस्पताल की कालोनी में रहता हूँ, पास में बहुत सारी नर्सों के घर हैं. मैंने एक नर्स रिया को पटा कर कैसे चोदा, इस कहानी में पढ़िए !
मुनिया- चल हट.. तू क्या समझता है बस तेरे पास ही बड़ा लंड है.. रॉनी बाबूजी का भी तेरे जितना है.. बस तेरा थोड़ा मोटा ज़्यादा है.. तभी तो मुझे दर्द हुआ और तेरे में ताक़त ज़्यादा है.. कितना चोदता है तू ठंडा ही नहीं होता मेरी हालत खराब कर दी तूने तो..
मेरी सलहज गाँव से है। मैं तो बचपन से ही सेक्स के लिए बहुत उत्साहित रहता हूँ और जब मैं उनके गाँव दुल्हन विदा कराने गया तो दुल्हन की भाभियों के द्विअर्थी मजाक और गन्दी बातें सुनकर अपनी सलहज और उसकी भाभियों को चोदने का प्लान बनाने लगा।
एक रात को मैंने महसूस किया कि मेरे शरीर पर कुछ चल रहा है। जब मैंने थोड़ी सी आँखें खोल कर देखा तो पाया वो मेरे भाई का हाथ था जो मेरी टी-शर्ट के ऊपर से मेरे बूब्स को हल्के हल्के सहला रहा था।
मैं नीचे बैठी थी, मेरे चारों ओर तन्नाए हुए लौड़े खड़े थे.. जिन्हें मैं बारी-बारी से चूस रही थी.. सारे लौड़े एक से बढ़ कर एक थे.. दो लंड थे जो सच में 8 या 8.5 इंच लंबे और भंयकर काले मोटे थे और उनमें मोटी-मोटी नसें बिल्कुल साफ़ दिख रही थीं।
भाभी और मैं नंगे थे कि उनकी बहन आ गई, हमें नंगे देख भड़क गई, मैं डर गया। वो भाभी को कहने लगी कि अभी जीजा जी को भाभी की करतूत बता रही है। मेरी और फ़ट गई…
मुनिया तो नई-नई चुदक्कड़ बनी थी.. उसको लंड का चस्का लग चुका था। अब ऐसा तगड़ा लंड देख कर भला वो कहाँ अपने आपको रोक पाती। बस वो शुरू हो गई लौड़े को लॉलीपॉप की तरह चूसने लगी।
कॉलेज़ में छुट्टियों में मुझे गाँव जाना था। ज़ेनी और जस्सी न्ही मेरे साथ मेरे गाँव जाना चाहती थी। लेकिन गाँव में हमारी चुदाई का भेद खुलने के डर से मैंने कम्मो से बात की।
मेरे पड़ोस में एक सेक्सी लड़की रहती थी, मैं उसे देखा कर मुट्ठ मारता था लेकिन बात करते फटती थी मेरी! एक दिन उसने कुछ सामान घर के अन्दर रखने के बहाने से बुलाया और मुझे आँख मारी!
भाभी और मैं अकेले घर में नंगे होकर मस्ती कर रहे थे, भाभी की झांटें, बगलें साफ़ करके मैंने उन्हें चोदा। दूसरी बार की चूत चुदाई मैंने मालिश से शुरु की लेकिन…
हम दोनों के नंगे बदन गुत्थम-गुत्था होकर लिपटे थे.. सहसा वो जगी और उसके बदन में हलचल हुई. उसने धीरे से मेरी हथेली.. जो उसके बायें वाले दूध को दबोचे थी.. हटा दी.
मुनिया ने अर्जुन की पैन्ट उतार दी पर वो तो अब खेली खाई थी, अन्तर्वासना के वशीभूत उसने अर्जुन के लन्ड पर नजर डाली तो वो उसे बहुत बड़ा लगा, मुनिया का मन ललच गया।
इन्दू भाभी ने दिन में कम्मो से अपनी जांच करवा ली और उसी दोपहर उनके गर्भाधान के लिए उनके घर जाकर दो बार चोदा कम्मो की निगरानी में ! फिर रात को उनके घर सोना ही था.
मेरे फेसबुक पर एक मैसेज आया.. उसने अपना नाम बेबी बताया। उसने सीधे मुझसे मिलने की इच्छा बताई। मैंने मिलने के लिए तुरंत ‘हाँ’ कह दिया। उसके बाद क्या हुआ?
भाभी की चूत चुदाई अगले दिन होनी थी पर मेरी बेचैनी कम करने के लिये भाभी ने अपना नंगा जिस्म दिखाया पर वहाँ उसकी बहन भी कपड़े बदलने आ गई तो उसे भी नंगी देखा!
मैं भाभी के कहने पर उनकी सहेली के घर गया तो वो तो चूत चुदाई के लिये तैयार बैठी थी। इस कहानी में पढ़िये कि मैंने उसे पूरा मज़ा दे दे कर कैसे चोदा!
अर्जुन की बात सुन कर मुनिया का चेहरा शर्म से लाल हो गया.. ना चाहते हुए भी उसकी नज़र अर्जुन की पैन्ट पर उस जगह टिक गई.. जहाँ उसका लंड था और वो आँखों से मुआयना करने लगी कि अर्जुन का लौड़ा कितना बड़ा होगा..
मैं 46 साल की विधवा, मेरा एक बेटा अनिल और एक बेटी रानी है, दोनों की शादी हो चुकी है। रानी और मेरा दामाद रणजीत थोड़ी ही दूरी पर रहते हैं। रिश्तों में चुदाई की दास्ताँ पढ़िये!
एक शाम पड़ोस से भैया ने मुझे रात में उनके घर रुकने को कहा क्योंकि वो बाहर जा रहे थे. मैं रात को उनके घर सोया. लेकिन रात में क्या हुआ... इस कहानी में पढ़िए !