एक ही घर की सब औरतों की चुदाई-1
मेरे मकान मालिक के छोटे भाई की बीवी काफी जवान दिखती थी, वो साथ वाले घर में थी. मैंने किसी ना किसी बहाने उसके घर जाना शुरू कर दिया, हमारी अच्छी बनने लगी।
मेरे मकान मालिक के छोटे भाई की बीवी काफी जवान दिखती थी, वो साथ वाले घर में थी. मैंने किसी ना किसी बहाने उसके घर जाना शुरू कर दिया, हमारी अच्छी बनने लगी।
पड़ोस की एक आंटी के बेटे को पढ़ाने के दौरान वो मुझसे खुल गई और हम सेक्स की बातें करने लगे. मैं उनके बदन को छू लेता था. एक बार वो मेरे घर आई तो उन्हें पकड़ लिया
जाहिरा के जिस्म से चिपकी हुई उसकी चमड़ी के रंग की लेग्गी ऐसी ही लग रही थी.. जैसे कि उसकी चमड़ी ही हो। फैजान ने अपना हाथ आहिस्ता आहिस्ता जाहिरा की जाँघों पर फिराना शुरू कर दिया और उसकी जाँघों को सहलाने लगा।
मेरे कमरे पे एक जवान नौकरानी काम करने आती थी, उसे चोदने का मन था मेरा.. एक रात मैं कुण्डी लगाना भूल गया और वो सुबह सीधे अन्दर आ गई, उसने मेरा लौड़ा देख लिया
मुझे लड़कियों, महिलाओं के सामने नंगा होने में और उन्हें अपना नंगा बदन दिखाने में बड़ा मज़ा आता है. इस बार मैंने अपनी नई पड़ोसन को बालकनी में नंगा होकर दिखाया
कोका पण्डित ने उस औरत संग खूब यौन पूर्व क्रीड़ा की और जब वो पूरी तरह से यौन के लिये तड़पने लगी तो उसकी योनि में लिंग प्रवेश कराया और 64 आसनों से उसे चोदा।
अगली दोपहर को फ़ैजान आ गये और हम तीनों ए सी वाले बेडरूम में लेट गये। तभी मैंने देखा कि फैजान ने अपना हाथ मेरे ऊपर से होता हुआ जाहिरा की नंगी बाज़ू पर रख दिया
परी के साथ जस्सी अपनी कुंवारी चूत चुदवाने आई तो पहले मैंने परी को चोदा और जस्सी ने ध्यान से देखा. परी के बाद मैंने बड़े प्यार से जस्सी की अनचुदी चूत खोली.
मैं अपनी बीवी को गैर मर्द से चुदते देखना चाहता था. एक बार मैं आधी रात को घर पहुंचा तो एक ऑडी गाड़ी मेरे घर के नीचे खड़ी थी. मैंने दूसरी चाबी से दरवाजा खोला तो
एक बार कामरीश राजा के राज्य भूमि में ऐसी महिला का आगमन हुआ.. जिसकी चूत में हमेशा आग लगी रहती थी। उसकी सदैव एक ही इच्छा रहती थी कि उसकी चूत में दिन-रात मोटा और तगड़ा लंड डला रहे..
मेरी एक पड़ोसन भाभी शायद मेरी जवानी देख मचल गई, मैं भी सेक्स की चाहत के कारण उसके जाल में आ गया। एक दिन वो मुझे किस करके बोली- देवर जी.. बुरा तो नहीं लगा?
एक दिन मैं पोर्न मूवी देख रहा था कि मेरी मौसी की बेटी आई। मैं पानी लेने गया तो उसने पोर्न मूवी चलते हुए देख ली, मुझे डाँटने लगी। लेकिन तभी उसने मुझे उसका कमीज उतारने को कहा।
जाहिरा अपने भाई के सीने से लगी सो रही थी, मैंने फैजान का लंड सहला कर खड़ा कर दिया तो भाई का लंड बहन की जाँघों में घुसने लगा. तभी फैजान का हाथ जाहिरा की चूची पर आ गया.
मेरी मकान मालकिन विधवा थी. उसके और मेरे कमरे के बीच में दरवाजा था जो उसकी तरफ से बंद रहता था. मैंने उनसे बात करने की सोची. और फिर एज दिन वो दरवाजा खुल गया.
रात को अपनी साली को बेडरूम में सुलाया, बीच रात में उठा तो देखा वो टांगें चौड़ी करके सोई पड़ी है। मैंने उसका घागरा ऊपर उठा कर उसकी चूत चाटी लेकिन चोदा बाद में
मैं भाभी के घर गया, उन्होंने मुझे बाथरूम में ब्रा का हुक बन्द करने को बुलाया। मेरी तो बांछें खिल गई। फ़िर मैंने भाभी को पकड़ लिया। वो भी मेरा लण्ड चूसने लगी।
परी पहली बार चुदाने को बेताब हो रही थी, मैं भी पहली बार कुंवारी चूत को चोदने जा रहा था. मैंने परी की चूत को दोनों हाथों से खोल कर अच्छे से देखा. एकदम गुलाबी
एक रात हम सोये हुए थे, मेरी नींद खुली, मैंने फ़ैजान का हाथ जाहिरा की चूची पर रख दिया। ऐसे ही एक रात जागते हुए मैंने फ़ैजान का हाथ जाहिरा के पेट पे रख दिया… और एक रात…
मैं बहुत गहरी नींद में सो रहा था.. तभी मुझे लगा कि कोई मेरे होंठों में अपने होंठ रखकर मेरे सीने से अपने सीने को रगड़ते हुए चूसने लगा। मैंने सोचा माया होगी…
मेरी साली बड़ी शानदार चीज थी, अपनी शादी के वक्त से ही मैं उसे चोदना चाहता था। एक बार मैं ससुराल गया तो कोशिश की, यहाँ वहाँ हाथ मारा, फ़िर उसकी चूचियाँ दबोच ली !