मेरा गुप्त जीवन-46
नैनीताल के सफ़र में मेरे दोनों तरफ दो लड़कियाँ बैठी. थोड़ी देर में एक ने अपनी चुन्नी मेरे ऊपर डाली और मेरा लंड ढूंढने लगी. मैं भी उसकी जांघ सहलाने लगा.
नैनीताल के सफ़र में मेरे दोनों तरफ दो लड़कियाँ बैठी. थोड़ी देर में एक ने अपनी चुन्नी मेरे ऊपर डाली और मेरा लंड ढूंढने लगी. मैं भी उसकी जांघ सहलाने लगा.
मकानमालिक की बीवी कभी कभी ही आती थी, वो भाहर जॉब करती थी। एक दिन उसकी ब्रा पैन्टी में मैंने अपना माल लगा दिया। उसने कुछ नहीं कहा और ब्रा-पैन्टी धोकर सुखा ली।
शादी से पहले ही मैं जवानी के मजे लेने लगी थी.. मेरी जवानी पूरी गदराई हुई थी, मेरी सख्त और गोल उठी हुई चूचियाँ सबको आकर्षित कर लेती हैं, मेरे चूतड लाजवाब हैं
आगे का हाल रेखा के अपने शब्दों में: बतरा साहब कमरे में घुसते ही मेरे से लिपट गए, मुझे आगोश में लेकर बोले- मैं तुम्हें बहुत मिस करता था। कभी-कभी तो तुम्हारी याद में रात-रात भर जगता था। मैंने उनसे कहा- मुझे भी आपकी बहुत याद आती थी। इस तरह बातें करते-करते हम एक दूसरे […]
रात को फैजान को मैंने बीच में लिटाया और अगल बगल हम दोनों लेटी. मैंने फैजान को खूब गर्म करके बीच में छोड़ दिया तो तंग हो कर वो जाहिरा के बदन को सहलाने लगा.
एक दिन मैं अपने दोस्त के घर गया तो उसकी बहन अकेली थी, उसने मुझे रोक लिया, बातें करने लगी। उसके बाद क्या हुआ कि मैंने उसकी कुंवारी चूत खोल दी, कहानी में पढ़ें!
एक दिन वो मुझे अपनी सहेली के घर ले गई। वहाँ कोई नहीं था।दरवाज़ा बंद करके हम दोनों एक-दूसरे से चिपक गए और किस करने लगे। हम एक-दूसरे को बेइंतेहा चूम रहे थे..
यह कहानी मेरे जीवन की सत्य घटनाओं पर आधारित है. इसमें एक ऐसी स्त्री जो मेरे लिए नौकरानी नहीं रानी थी उसकी चाह और अकांगशाओं को पूर्ण करने में मेरी सहायता का वर्णन दो भागों में है!
अरे यार क्यों शर्मा रही हो? तुमको इसमें तुम्हारे भैया देख तो चुके ही हैं.. तो फिर घबराना कैसा है? चलो जल्दी से जाओ और यह ड्रेस पहन कर आओ और मैं भी पहन कर आती हूँ.. और हाँ नीचे जीन्स ही रहने देना.. उस मॉडल की तरह कहीं पैन्टी पहन कर ना आ जाना बाहर..
जुबैदा और अमित को लव मेकिंग यानि चूत चुदाई करते देख मैं खुद पर काबू नहीं रख पाई। ऐसा लग रहा था कि बस इस आग को कोई बुझा दे। खुद-ब-खुद मेरे हाथ मेरी उस जगह पर पहुँच गए
तभी उसने दरवाज़ा खोला। खुलते ही मैं तो देखता ही रह गया.. वो सिर्फ तौलिया लपेटे हुए खड़ी थी, उसके मम्मों की दरार साफ़ दिख रही थी। मैंने उसके मम्मों को देखा..
एक पड़ोसन भाभी मेरे सुडौल बदन को घूरा करती थी. एक दिन मैंने पूछ ही लिया कि क्यों घूरती हो. उसने कहा अगर अच्छा नहीं लगता तो नहीं घूरुंगी. मैंने उसे फोन नम्बर दिया और एक दिन उसका फोन आ गया.
मैं तलाकशुदा बहुत सेक्सी हूँ, जॉब करती हूँ. यह कहानी है कि मेरे ऑफिस में मेरे बॉस और लीगल एडवाइज़र ने मुझे एक लफड़े में फंसा कर दोनों ने मिल कर मुझे चोदा!
उस सेक्सी नाईट ड्रेस में जाहिरा तो क़यामत ही लग रही थी, उसका खूबसूरत चिकना चिकना सीना बिल्कुल खुला हुआ था, उसकी चूचियों का ऊपरी हिस्सा नंगा हो रहा था...
एक रात कम्मो ने पूछा- मालिक, आपका दिल नहीं करता गाण्ड चोदने का?
मैं बोला- गांड चोदने के बारे में सोचा नहीं, क्यों तुम्हारा दिल है गांड मरवाने का?
तो फिर...
फेसबुक पर एक शादीशुदा भाभी से मुलाक़ात हुई, फिर बात हुई और बात मिलाने पर आ गई.. हम मिले भी लेकिन चुम्बन के अलावा कुछ नहीं हुआ... कहानी में पढ़िए कि वो कैसे चुदी
मेरे घर के पास एक लड़की थी, वो चलती थी तो उसका दुपट्टा गले पर होता था जिससे उसकी चूचियाँ उभर कर दिखती थीं, ऐसे मन होता था कि काश ये चूचियां मसकने को मिल जाती…
मकानमालिक की भतीजी 12वीं पास करके मुझसे कम्प्यूटर सीखने लगी। उस पर नई जवानी आई थी। कम्प्यूटर में उसने ब्ल्यू फ़िल्म देख ली और मैं भी उसे इधर-उधर छूता रहता था
मैं सोच रही थी कि अब क्या किया जाए जिससे फैजान को अपनी बहन के क़रीब आने का और मौका मिले और अपनी बहन का जिस्म को देखने, भोगने का भरपूर मौका मिल सके।
छवि और सोनाली दोनों चुपचाप मेरे कमरे में आई और आते ही मुझसे लिपट गई, दोनों बारी बारी से मुझको किस और आलिंगन करने में लगी रही, छवि ने मेरे लंड पर कब्ज़ा जमाया हुआ था और सोनू मुझको चूमने में लगी थी।