एक सोची समझी साजिश-1
मैं अपनी बुआ जी के बेटे की शादी में गया, शादी से एक दिन पहले वो हसीना बुआ जी के घर आई जिसे मैं एक बार देखा तो अपलक देखता ही रह गया। मेरे मामा की बेटी ने मेरी सोनी से मुलाकात करवा के दोस्ती भी करवा दी। आगे कहानी में पढ़िये कि क्या हुआ…