सविता भाभी का बकरा-4
भाभी मेरा लौड़ा अपने हाथों से सहलाते हुए बोली- इसकी जगह औरतों की चूत में होती है। अब तुम्हारी उम्र इसे औरतों के छेदों में डालने की है, हाथों से हिलाने की नहीं है।
भाभी मेरा लौड़ा अपने हाथों से सहलाते हुए बोली- इसकी जगह औरतों की चूत में होती है। अब तुम्हारी उम्र इसे औरतों के छेदों में डालने की है, हाथों से हिलाने की नहीं है।
Ghar ke Laude-6 मैंने भी जल्दी से अपने कपड़े पहने और उसको एक पप्पी कर के अपने काम में लग गई। करीब 7 बजे पापा और विजय साथ में ही घर आए। पापा के हाथ में कोई पैकेट था.. विजय भाई मेरी तरफ घूर कर देख रहे थे क्योंकि आज से पहले उन्होंने भी मुझे […]
तुम तो बड़े नटखट हो, अपनी मौसी को ही चोदोगे? तुम्हारे लंड में इतना दम है कि मौसी की चुदाई कर सके? इतने में उसने मुझे चूमना शुरू किया पर उसकी चूत का रस पान करना था
भैया लौड़ा अन्दर पेलते जा रहे थे और भाभी सिसकारियाँ भरने लगीं थीं, शीशे में से भाभी ने मुझे भी देख लिया था, उन्होंने मुझे आँखों से शांत रहने का इशारा किया.
Ghar ke Laude-5 पापा- रानी मेरी जान.. एक बहुत जरूरी बात बताना भूल गया, शाम को तेरे भाई आएँ.. तो उन्हें ज़रा भी शक ना हो कि हमने रात क्या किया है और तुमने मुझे उनके बारे में कुछ भी नहीं बताया ओके! रानी- लेकिन पापा अगर उन्होंने दोबारा मेरे साथ करने की कोशिश की […]
सलोनी- हाँ मामाजी… मैं तो शाहरुख भाई के लण्ड की कायल हो गई थी, बहुत ही मजबूत लण्ड था उनका, कितना भी चोद लें, हर समय खड़ा ही रहता था और वो एक भी मौका नहीं जाने देते थे। उन दो हफ़्तों में ना जाने कितनी बार उन्होंने मुझे चोदा होगा।
तो बोली- पहले कपड़े तो उतार लो। फिर मैंने उसकी सलवार का नाड़ा खोल दिया और सलवार उतार दी। उसने काले रंग की पैंटी पहनी थी। फिर मैंने उसे मेरे कपड़े उतारने को कहा तो उसने पहले मेरी पैंट, फिर कच्छा उतारा।
मैंने सबसे पहले अपनी मौसी की चुदाई की थी, वो मेरी मम्मी की सहेली थी, मैं उन्हें मौसी कहता था. कहानी पढ़ के मजा लें कि कैसे मैंने मौसी की मालिश करके चुदाई की.
Ghar ke Laude-4 रानी- आहह पापा ऊउउहह बहुत दर्द हो रहा है.. प्लीज़ बस अब निकाल लो… आह मैं मर जाऊँगी ऊउउहह… पापा- अरे कुछ नहीं होगा.. मेरा जान ये तो आज तेरा कौमार्य भंग हुआ है.. इसलिए इतना दर्द हुआ.. बस आज बर्दाश्त कर ले.. फिर तू खुद मेरे लौड़े पर बैठ कर उछल-उछल […]
भाभी ने खड़े होकर मुझे अपनी दुधिया चूचियों से चिपका लिया और बोलीं- शुरू शुरू में सबके साथ ऐसा ही होता है। अभी थोड़ी देर में यह दुबारा खड़ा हो जाएगा। नहाने के बाद बिस्तर पर मेरी चूत में पेलना। दो दिन में मैं पूरा चोदू बना दूँगी तुम्हें !
मैं अपनी चुदाई से बहुत ही खुश थी और मुझे मजा भी बहुत आया था। अभी भी मेरा मन फिर से चुदने को कर रहा था तो मैं बेड पर जाकर लेट गई और हम एक दूसरे से बातें करने लगे और एक दूसरे के जिस्म को सहला रहे थे। तभी मैंने अपने लब उसके […]
Dashehra par Strip Dance-2 हमारे सभी आदरणीय पाठकों को नमस्कार। अब तक आपने पढ़ा कि मैंने रात को पूजा और उसकी सहेलियों के सामने नग्न होकर डान्स किया और फिर बाद में पूजा के साथ उसके कमरे में रह कर उसकी चूत की आग को ठंडा किया। अब आगे। हम लोग सुबह देर से उठे। […]
सविता भाभी मेरे सामने साड़ी उतारते हुए बोलीं- पूरा बदन मल मल कर नहाती हूँ, तभी तो इतनी चिकनी हूँ। साड़ी उतार कर पलंग पर रखते हुए बोली- अच्छा बताओ, मैं माल लगती हूँ या नहीं?
Ghar ke Laude-3 पिन्की सेन रानी- पापा आपका तो अजय और विजय से भी बड़ा है, उन्होंने ही इतना दर्द दिया और आप तो मेरी जान ही निकाल दोगे। पापा- अरे रानी… बड़ा कैसे नहीं होगा.. मैं उनका बाप हूँ और तू डर मत.. वो तो नए खिलाड़ी थे, उनको क्या पता चुदाई क्या होती […]
मैंने रानी को इस बार खड़ी करके आगे को झुकाया तो इस बार रानी अपने पति के कंधों पर हाथ रख झुकी, मैंने पीछे से उसकी फ़ुद्दी में अपना लण्ड घुसा दिया, हम दोनों पूरे गीले थे तो लण्ड आराम से अन्दर तक चला गया।
Dashehra par Strip Dance-1 हमारे उन सभी पाठकों को नमस्कार एवं धन्यवाद जिन्होंने मेरी कहानी पढ़ी, सभी ने कहानी पसंद की और अपनी राय दी। मेरा बिल्कुल नया काम दशहरे के दिन ही आया और मुझे उस रात को ही बुला लिया गया। हुआ ऐसा कि नेट पर रात में बात होती रहती थीं। किसी […]
मैं अजय पटेल हूँ 33 साल का हूँ और सूरत से हूँ। मैं पहली बार यहाँ पर अपनी कहानी लिख रहा हूँ। मैंने आज से पहले कभी कोई कहानी नहीं लिखी, पर मैं यहाँ कई कहानियां पढ़ चुका हूँ। तो मेरे मन में भी विचार आया कि मैं भी अपनी सच्ची घटना आप सब को […]
Ghar ke Laude-2 भाई ने लंड की टोपी गाण्ड के छेद पर रखी और ज़ोर से एक धक्का मारा.. एक ही बार में आधा लौड़ा मेरी गाण्ड को फाड़ता हुआ अन्दर चला गया। रानी- आआ.. उईईई माआ..मर गई.. आआआ आह.. भाई आह.. मेरी जान निकल रही है.. आह निकाल.. लो.. विजय कहाँ मानने वाला था […]
मेरे शरीर में तरावट आने लगी, सारा जिस्म मीठे जोश से भर गया, मुझे ऐसा लग रहा था कि मैं कभी ना झड़ूँ.. बस जिन्दगी भर चुदाती ही रहूँ.. यह मजा किसी और चुदाई से अलग था, कुछ जवानी का जोश और मीठी-मीठी गालियों की मीठी चुभन थी। मैं भी आज जी खोल कर सारी […]
हेलो, मैं कोमल एक बार फिर से हाजिर हूँ अपनी अधूरी कहानी पूरी कहानी करने! मुझे मेल करने ले लिए थैंक्स ! मैं लड़कों से फिर से रिक्वेस्ट करती हूँ, मुझे फेक मेल न करें। अब आगे ! उसने अपनी उंगली मेरी बिनचुदी फ़ुद्दी में डाली, जिससे मेरे मुख से चीख निकल गई और मुझे […]