मेरी डार्लिंग सिस्टर-4
कमर के नीचे वो पूरी नंगी थी। उसकी गुलाबी चूत, उसकी भूरे रंग की गांड का छेद और उसके गुदाज चूतड़ मेरी आँखों के सामने खुले पड़े थे और मुझे अपनी ओर खींच रहे थे।
कमर के नीचे वो पूरी नंगी थी। उसकी गुलाबी चूत, उसकी भूरे रंग की गांड का छेद और उसके गुदाज चूतड़ मेरी आँखों के सामने खुले पड़े थे और मुझे अपनी ओर खींच रहे थे।
हम दोनों के बदन में आग लगी हुई थी और हम बेचैन थे, कब हम एक-दूसरे की बाँहो में खो जाएँ। इसलिए हमने दरवाजे को धक्का दे कर खोला और अपने बैग और किताबों को एक तरफ फेंक कर, जूतों को खोल कर सीधा एक-दूसरे की बाँहों में समा गए। दरवाज़ा हालाँकि हमने बंद कर […]
सोनिया बोली- तुम तो मेरी सहेली तनीषा को जानते ही हो, उसने अपने घर पर कल रात हुए एक बहुत ही उत्तेजक घटना के बारे में मुझे बताया, जिसके कारण मैं बहुत गर्म हो गई हूँ। नीचे से पूरी तरह से गीली हो गई हूँ और मेरी पेंटी मेरी चूत के पानी से भीग गई […]
तुम जब ऑटो में बैठ रही थीं तब तुमने मुझे अपनी पैंटी और जाँघें दिखा दीं। अब जबकि तुम मेरे बगल में बैठी हो, तुम्हारे बदन से निकलने वाली खुश्बू मुझे पागल कर रही है।
डिवाइन लवर्स दोस्तों मेरा नाम विक्रांत है, 30 साल का हूँ। यह कहानी एक साल पहले की है। चिंकी से मेरी पहली मुलाकात मेरे मित्र अनिल शर्मा के घर पर हुई थी जो एक बड़ा व्यापारी है। 18 या 19 की होगी चिंकी ! बाली उम्र में ही उसका बदन पूरा निखर आया था। वो […]
प्रेषक : अजय शास्त्री मेरा 8 इंच का लौड़ा उसकी पैन्टी से रगड़ खा रहा था। मेरे लंड ने महसूस किया कि उसकी पैन्टी एकदम गीली हो चुकी थी। “डाल दो ना !” उसने मेरे कानों में फुसफुसाते हुए कहा। मैं उसे छोड़ कर सीधा उसकी दोनों टाँगों को हल्का फैलाते हुए उनके बीच बैठ […]
मेरी बचपन की सहेली को एक दिन ले गया चोदने! काम शुरु हुआ और वो मेरा लण्ड चूत में ले रही थी, मेरा लंड उसकी फ़ुद्दी में घुसा हुआ था, वो बहुत मजे में ले रही थी.
प्रेषक : अजय शास्त्री मैं सही मौके का इंतज़ार करने लगा जो ज़्यादा दूर नहीं लग रहा था। मैं स्ट्रेचर पर लेटा-लेटा उसके चूतड़ों की हरकतों को देख रहा था। जो वो शेविंग के सामान निकालते हुए कर रही थी। मेरा लण्ड अब उसकी ताल पर नाचने लगा। अचानक ही उसने मेरी ओर मुड़ कर […]
प्रेषक : अजय शास्त्री मेरा नाम अजय शास्त्री है। यह मेरी पहली कहानी है। राँची में मेरे घर के सामने एक नर्सिंग होम हुआ करता था- *** नर्सिंग होम। उस नर्सिंग होम में मेरा अक्सर छोटे मोटे कारणों से आना-जाना होता रहता था। उस नर्सिंग होम में एक लेडी अटेंडेंट काम करती थी जो मुझे […]
मैंने कहा कि हम लोग कुछ ज्यादा ही आगे बढ़ रहे हैं तो वो गुस्सा होकर मुझे गंदी गालियाँ देने लगी। मुझे गुस्सा तब आया जब उसने कहा कि तेरा छोटा है, इसलिये तू नहीं दिखा रहा है।
Couple Swap Party कपल स्वैप पार्टी प्रेषक : राकेश कुमार कपल स्वैप पार्टी यानि अपनी पत्नियों को दूसरे की पत्नियों से अदला बदली करके जीवन का लुत्फ़ उठाना। यहाँ यह बात साफ़ कर देना भी उचित है कि भारत में ये सब जबरन करना गैरकानूनी है, और इस तरह की पार्टियों में पत्नियों या अपने […]
अन्तर्वासना के तमाम पाठकों को राहुल का नमस्कार। यह मेरी पहली कहानी है। दोस्तों मैं अपने बारे में बता दूँ, पेशे से मैं एक इंजीनियर हूँ, उम्र तेईस साल, कद छः फुट, रंग गोरा है और स्मार्ट कितना हूँ, यह तो आप मिल कर ही देख लेना। यह कहानी मेरी और मेरी पड़ोस में रहने […]
उसकी चूत बिल्कुल एक अनचुदी और अनछुई थी। चूत की दोनों फाँकें चिपकी हुई थीं। दरार के बीच में चने के दाने सा उभरा हुआ उसकी भगनासा, उसकी भगन को देख कर मुझे कमलगटा के बीज की याद आ जाती है जो हरे रँग का होता है.
मेरे नौकर की बीवी कमाल की लड़की है. देखने में वो किसी अप्सरा से कम नहीं लगती है. उसकी टाँगें केले के तने की तरह, कमर पतली और लहरदार, भारी नितम्ब, उठावदार चूचियाँ जैसे दो उन्मत्त पर्वत शिखर, जो ब्लाउज को फाड़ कर बाहर आने को आतुर हों, सुराही की तरह गला, कोमल से हाथ, लाल गुलाबी होंठ, सुतवां नाक, कमल पंखुरियों से नयन, चौड़ा माथा, घने काले बाल, जिसमें फँस कर कोई भी अपने होश गवां बैठे. उस लड़की को देख कर बड़े-बड़ों के होश गुम हो जाएँ.
प्रेषिका : माया मित्रो, मेरी कहानी शायद आपको थोड़ी अजीब लग सकती है, पर आप अपने विचार जरूर प्रकट करें। मैं एक 35 वर्षीया घरेलू महिला हूँ। पति की कमाई से जब काम नहीं चला तो मैंने विश्व का सबसे पुराना धंधा शुरू कर दिया। मुझे इस धंधे में 5 साल हो गए हैं। इस […]
एक बार फिर मैं अपनी एक और नई कहानी लेकर आपसे रूबरू हो रहा हूँ, पर यह कहानी और कहनियों से कुछ हट कर है। यह कहानी जहाँ तक मुझे लगता है, सत्य घटना है, पर कहाँ तक सत्य है, इसका फैसला आप पर छोड़ता हूँ। इस कथा के सत्य होने के प्रमाण मुझे अनेक […]
प्रणाम मेरे आशिक़ो, नये साल की शुरुआत पर मुझे मोटे लंड मिल गए। इतनी ठण्ड में दिल चुदने को बहुत मचलता है। ठंडी-ठंडी गांड में मोटा लंड लेकर मुझे जिस्म में गर्मी लाने से बढ़िया दूसरा कोई रास्ता नहीं मिलता। खैर मैंने बताया था कि कैसे मैंने सर्कस में घुस कर दो मर्द चुनकर उनसे […]
मंजू- रोनी, मैं तो तुम्हें बहुत ही भला इन्सान समझती थी, पर तुम तो बहुत चालू निकले। बहुत चाहते हुए भी मैंने भी तुमसे अपने दिल की बात नहीं बताई कि कहीं तुमने मेरी बात को नकार दिया तो मैं अपनी ही नजरो में गिर जाऊँगी। रोनी, तुम मुझे अच्छे लगते हो। और मैडम ने […]
एक दिन मैं ऑफिस में बैठा था शाम को हरिया के नंबर से फोन आया। मैंने उठाया तो किरण बोली- बाबू हरिया गांव गए कछु काम रही, आज चौकीदारी का कैसन करूँ? ठीक है मैंने कहा- देखता हूँ। फिर फोन बंद कर दिया। अब तक अँधेरा सा हो चला था। ऑफिस बंद करके साईट पर […]
दूसरे दिन साईट पर गया तो वहाँ का काम जिस द्रुतगति से चल रहा था। उसी गति से मेरा दिल गांव की गोरी किरण के हुस्न का दीवाना हुआ जा रहा था। मैं कमरे में जाकर दरवाजे लगाकर तख्त पर आराम करने लगा। तभी आंगन में मुझे चूड़ियों की खनक सुनाई दी। मुझसे रहा न […]