Sex Stories Archive for 2013

कमाल की हसीना हूँ मैं-28

On 2013-05-20 Category: रिश्तों में चुदाई Tags:

लाँग स्कर्ट्स के बाद माइक्रो स्कर्ट्स की बारी आई। मैंने एक पहना तो मुझे काफी शर्म आई। स्कर्ट्स की लम्बाई पैंटी के दो अंगुल नीचे तक थी। टॉप भी मेरी गोलाइयों के ठीक नीचे ही खत्म हो रही थी। टॉप्स के गले भी काफी डीप थे। मेरे आधे बूब्स सामने नज़र आ रहे थे। मैंने […]

कमाल की हसीना हूँ मैं-27

On 2013-05-19 Category: रिश्तों में चुदाई Tags:

अभी दो महीने ही हुए थे कि मैंने अपने ससुर ताहिर अज़ीज़ खान जी को कुछ परेशान देखा। “क्या बात है अब्बू… आप कुछ परेशान हैं?” मैंने पूछा। “शहनाज़ ! तुम कल से हफ़्ते भर के लिये ऑफिस आने लगो !” उन्होंने मेरी ओर देखते हुए पूछा, “तुम्हें कोई परेशानी तो नहीं होगी ना, अपने […]

कमाल की हसीना हूँ मैं-26

On 2013-05-18 Category: Office Sex Tags:

मेरा सिर नशे में बुरी तरह झूम रहा था और दिमाग पर नशे की जैसे एक धुँध सी छाई हुई थी। रस्तोगी के वीर्य ने अब चेहरे पर और मम्मों पर सूख कर पपड़ी का रूप ले लिये था। मैं कुछ देर तक यूँ ही स्वामी के लंड पर बैठी अपनी उखड़ी हुई साँसों और […]

दीवानी मोटे हथियार की

जब मेरी पहली कहानी अन्तर्वासना पर भेजी थी तब मुझे एहसास भी नहीं था कि एक दिन मेरे आगे पीछे ऊपर नीचे चारों तरफ लण्ड खड़े होंगे मुझे चोदने के लिए।

कमाल की हसीना हूँ मैं-25

On 2013-05-17 Category: Office Sex Tags:

स्वामी आज मुझ पर रहम करने के मूड में बिल्कुल नहीं था। उसने वापस अपने लंड को पूरा बाहर खींचा तो एक फक सी आवाज आई जैसे किसी बोतल का कॉर्क खोला गया हो। उसे मुझे दर्द देने में मज़ा आ रहा था। नहीं तो वो अगर चाहता तो उस हालत में ही अपने लंड […]

मालिक नौकर

On 2013-05-16 Category: हास्य रस- चुटकुले Tags:

मालिक नौकर से- तुम्हें नजर नहीं आया कि मैं नहा रहा हूं और तुम बाथरुम में घुस आए? नौकर ने जवाब दिया- माफ करना साहब, मुझे लगा मैडम नहा रहीं हैं। *** नाश्ते का वक़्त मालकिन आदेश देती है- रामू, साहब के अंडे उबाल देना। नौकर ने पूछा- मेम साहब, आपका भी दूध निकालूं? मालकिन […]

कमाल की हसीना हूँ मैं-24

On 2013-05-16 Category: Office Sex Tags:

मैं उसके लंड की टिप को अपनी चूत की दोनों फाँकों के बीच महसूस कर रही थी। मैंने एक बार नजरें तिरछी करके जावेद को देखा। उसकी आँखें मेरी चूत पर लगे लंड को साँस रोक कर देख रही थी। मैंने अपनी आँखें बंद कर ली। मैं हालात से तो समझौता कर ही चुकी थी […]

सन्ता जीतो

On 2013-05-15 Category: हास्य रस- चुटकुले Tags:

सन्ता और बन्ता पड़ोसी थे। सन्ता कुंवारा था पर बन्ता की पत्नी जीतो से उसका टांका भिड़ा हुआ था। एक बार बन्ता टूअर पर गया हुआ था तो सन्ता जीतो मल्लिका शेरावत और इमरान हाशमी की मर्डर फ़िल्म दिखाने ले गया। दोनों देर रात को फ़िल्म देख कर घर लौट रहे थे, दोनों की अन्तर्वासना […]

कमाल की हसीना हूँ मैं-23

On 2013-05-15 Category: Office Sex Tags:

मैं उत्तेजना में अपनी दोनों जाँघों को एक दूसरे से रगड़ रही थी और अपने दोनों हाथों से उन दोनों के तने हुए लौड़ों को अपनी मुठ्ठी में लेकर सहला रही थी। अब मुझे उन दोनों के चुदाई में देरी करने पर गुस्सा आ रहा था। मेरी चूत में मानो आग लगी हुई थी। मैं […]

कमाल की हसीना हूँ मैं-22

On 2013-05-14 Category: Office Sex Tags:

मुझे वहाँ मौजूद हर मर्द पर गुस्सा आ रहा था लेकिन मेरा जिस्म, मेरे दिमाग में चल रही उथल पुथल से बिल्कुल बेखबर अपनी भूख से पागल हो रहा था। मैं अपना दूसरा गिलास भी लगभग खाली कर चुकी थी लेकिन पता नहीं क्यों, व्हिस्की और बीयर की इतनी स्ट्रॉन्ग कॉकटेल पीने के बावजूद मुझे […]

कमाल की हसीना हूँ मैं-21

On 2013-05-13 Category: Office Sex Tags:

मैं हाई-हील सैंडलों में धीरे-धीरे कदम बढ़ाती हुई उनके पास पहुँची। मैं अपनी झुकी हुई नजरों से देख रही थी कि मेरे आजाद मम्मे मेरे जिस्म के हर हल्के से हिलने पर काँप उठते और उनकी ये उछल-कूद सामने बैठे लोगों की भूखी आँखों को राहत दे रही थी। जावेद ने पहले उन दोनों से […]

शराबी

On 2013-05-12 Category: हास्य रस- चुटकुले Tags:

शराबी- मेरे हाथ में यदि देश की बागडोर आ जाए तो मैं देश की तस्वीर बदल दूँगा। पत्नी- अरे बेवकूफ, पहले अपना पाजामा तो बदल ले, सुबह से मेरी सलवार पहन कर घूम रहा है। *** एक शराबी एक रेस्तरां में गया और उसने पिज्जा ऑर्डर किया। वेटर ने पूछा- इसे चार पीस में काटूँ […]

कमाल की हसीना हूँ मैं-20

On 2013-05-12 Category: Office Sex Tags:

“कल आप उनको कह दो कि लड़कियों का इंतज़ाम हो जायेगा।” मैंने कहा, “देखते हैं उनके यहाँ पहुँचने से पहले क्या किया जा सकता है।” अगले दिन जब वो आये तो उन्हें रिलैक्स्ड पाने कि जगह और ज्यादा टूटा हुआ पाया। मैंने कारण पूछा तो वो टाल गये। “आपने बात की थी उनसे?” “हाँ !” […]

कमाल की हसीना हूँ मैं-19

On 2013-05-11 Category: रिश्तों में चुदाई Tags:

मैंने शर्म के मारे अपनी आँखें बंद कर लीं। मेरा चेहरा शर्म से लाल हो रहा था। लेकिन मैं इस हालत में अपने पेशाब को रोकने में नाकाम थी और नशे में मुझसे खड़ा भी नहीं रहा जा रहा था। इसलिये मैं कमोड की सीट पर इसी हालत में बैठ गई। जब मैं फ्री हुई […]

कमाल की हसीना हूँ मैं-18

On 2013-05-10 Category: रिश्तों में चुदाई Tags:

उन्होंने मुझे बेडरूम में लाकर बिस्तर पर लिटा दिया। फिर वो मेरी बगल में लेट गये और मेरे चेहरे को कुछ देर तक निहारते रहे। फिर मेरे होंठों पर अपनी उँगली फ़िराते हुए बोले, “मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि तुम जैसी कोई हसीना कभी मेरी बाँहों में आयेगी।” “क्यों? भाभी तो मुझसे भी […]

कमाल की हसीना हूँ मैं-17

On 2013-05-09 Category: रिश्तों में चुदाई Tags:

अचानक उन्होंने अपनी मुठ्ठी में बंद एक खूबसूरत लॉकेट मेरे गले में पहना दिया। “ये?” मैं उसे देख कर चौंक गई। “यह तुम्हारे लिये है। हमारी मुहब्बत की एक छोटी सी निशानी !” उन्होंने उस नेकलेस को गले में पहनाते हुए कहा। “ये छोटी सी है?” मैंने उस नेकलेस को अपने हाथों में लेकर निहारते […]

कमाल की हसीना हूँ मैं-16

On 2013-05-08 Category: रिश्तों में चुदाई Tags:

“शहनाज़ ! बहुत टाईट है तुम्हारी…” कहते हुए फिरोज़ भाईजान के होंठ मेरे होंठों पर आ लगे। “आपको पसंद आई?” मैंने पूछा तो उन्होंने बस ‘हम्म’ कहा। “यह आपके लिये है… जब जी चाहे इसको इस्तेमाल कर लेना।” मैंने उनके गले में अपनी बांहें डाल कर उनके कान में धीरे से कहा, “आज मुझे इतना […]

दीप के स्वप्नदोष का उपचार-2

निधि बजाज मैं उसके लौड़े को पकड़ कर आगे पीछे हिला हिला कर उसकी मुठ मारने लगी और उसे बताती रही कि ऐसा करने से वह उतेजित हो जाएगा और उसके अंदर का वीर्य बाहर आ जाएगा ! तब दीप ने पूछा- इससे क्या होगा, जो नया रस बनेगा उसके निकलने से भी तो पजामा […]

दीप के स्वप्नदोष का उपचार-1

दीप के स्वप्नदोष का उपचार-1 निधि बजाज मेरे प्रिय मित्रो, मैं हूँ निधि, जो पहली बार अपने जीवन का यथार्थ आप सबके साथ सामने प्रकट कर रही हूँ ! मैं 27 वर्षीय बहुत खूबसूरत स्त्री हूँ और मेरे जिस्म का माप 36/24/38 है। मेरा शरीर बहुत गोरा है, चेहरा गोरा और अंडाकार है, कद पांच […]

कमाल की हसीना हूँ मैं-15

On 2013-05-07 Category: रिश्तों में चुदाई Tags:

मैंने उन्हें सताने के लिये उनके लंड के टोपे पर हल्के से अपने दाँत गड़ा दिये। वो ‘आआआह’ कर उठे और मुझसे बदला लेने के लिये मेरे भगनास को अपने दाँतों के बीच दबा लिया। मैं उत्तेजना से छटपटा उठी। वो काफी गर्म हो चुके थे, उनको शायद इस पोजीशन में मज़ा नहीं आ रहा […]

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