जब साजन ने खोली मोरी अंगिया-1
स्नानगृह में स्नानगृह में जैसे ही नहाने को मैं निर्वस्त्र हुई मेरे कानों को लगा सखी, दरवाज़े पे कोई दस्तक हुई धक्-धक् करते दिल से मैंने दरवाज़ा सखी री, खोल दिया उस रात की बात न पूछ सखी, जब साजन ने खोली मोरी अंगिया! . आते ही साजन ने मुझको अपनी बाँहों में कैद किया […]