खिड़की वाली भाभी
मैं उनको अपनी बाहों में उठाकर बिस्तर पर ले गया और उनके ब्लाऊज के ऊपर से उनके उभारों को मसलने लगा। धीरे धीरे मैंने उसके ब्लाऊज़ के हुक खोले, ब्रा के अन्दर हाथ डाल कर उनकी एक चूची को बार निकाला और चूसने लगा।
मैं उनको अपनी बाहों में उठाकर बिस्तर पर ले गया और उनके ब्लाऊज के ऊपर से उनके उभारों को मसलने लगा। धीरे धीरे मैंने उसके ब्लाऊज़ के हुक खोले, ब्रा के अन्दर हाथ डाल कर उनकी एक चूची को बार निकाला और चूसने लगा।
अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा नमस्कार। दोस्तो, आप सब ने मेरी अभी तक की सारी कहानियों को बहुत सराहा उसके लिए तहे दिल से धन्यवाद। आज मैं फिर से आपके मनोरंजन के लिए अपनी एक आपबीती घटना लेकर आया हूँ। मेरी अन्य कहानियों से अलग इस कहानी का मज़ा लेने के लिए आपको अपनी […]
प्रेषक : जॉन मेरा नाम पीयूष है, मैं दिल्ली का रहने वाला हूँ। मेरे लण्ड का आकार 8″ है और मेरा शरीर ठीकठाक है मगर मेरी सेक्स तकनीक बहुत अच्छी है… मुझे नये लोगों से दोस्ती करना बहुत पसंद है। यह कहानी आज से करीब चार साल पुरानी है जब मैं मुम्बई में रहता था। […]
कॉलेज था इसलिए हमारे अन्दर डर बना हुआ था कि कहीं कोई आ न जाये और हम पकड़े ना जाएँ। पर दोस्तो, जब सेक्स की भूख लगती है तो इन्सान को कुछ भी नहीं दीखता और उस वक़्त सिर्फ सेक्स और सिर्फ सेक्स ही हमारे दिमाग में चल रहा था
मैं फ़टाफ़ट उसकी टाँगें फ़ैला कर बीच में बैठ गया और उसकी चिकनी मक्खन चूत, लग रहा था कि उसने आज ही बालों को साफ़ किया था। चूत के मुखद्वार पर मैंने अपने लण्ड महाराज को टिकाया तो कोमल पागलों की तरह सिसकारियाँ लेने लगी और अपने बालों को नोचने लगी।
मेरा दोस्त अपनी सेक्सी गर्लफ्रेंड को मेरे रूम पर लाया सेक्स के लिए. लेकिन तभी उसके पापा का फोन आ गया और उसे जाना पड़ा. फिर उसके बाद क्या हुआ? पढ़ें मेरी हिंदी सेक्स कहानी में!
प्रेषक : धर्मेश पडियार हेलो दोस्तो, मैं विकास, सूरत गुजरात का रहने वाला हूँ, अन्तर्वासना का बहुत समय से पाठक हूँ, मुझे भी लगा कि मुझे भी कुछ लिखना चाहिए ताकि मैं भी आप सभी पाठको कों मेरे साथ घटी घटनाओं में शामिल कर सकूँ। यह मेरी सच्ची कहानी है। बात उस समय की है […]
प्रेषक : अरिदमन दोस्तो, यह मेरी पहली कहानी है। आशा करता हूँ कि आप लोग इसे पसंद करेंगे। मेरा नाम अरिदमन है, मैं रामनगर का रहने वाला हूँ, मेरा कद 6 फ़ीट है। मैं शुरू में लड़कियों से बहुत डरता था पर उनके लिए हमेशा सपने जरूर बुनता रहता था कि जब मुझे कोई लड़की […]
प्रेषक : मनीष अन्तर्वासना के पाठकों को मेरा नमस्कार, यह मेरी पहली कहानी है, यह कहानी समलैंगिक है या नहीं यह तो पता नहीं पर जो है सच्ची है। वैसे तो मुझे ज़्यादा रोमांचक लिखना नहीं आता परंतु अन्तर्वासना की कहानियाँ पढ़ पढ़ कर कुछ तो सीख ही लिया है। मेरी आयु 29 साल है, […]
अचानक रोहित ने अपने होंठ को मेरे होंठों पर रख दिए और उन्हें चूमने लगा। हॉल में काफी अँधेरा था तो किसी को कुछ नहीं दिख सकता था। रोहित मेरे होंठों को चूम रहा था, मैं चाह कर भी कुछ न कर सकी, मैं भी यही चाहती थी। अब उसने अपने एक हाथ से मेरी […]
अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा नमस्कार ! मेरा नाम रोमा है, आप सबने मेरी कहानियाँ पढ़ी होंगी। एक बार फिर मैं आपके सामने अपनी एक बहुत ही हसीन आपबीती लेकर उपस्थित हुई हूँ, आशा करती हूँ कि आप लोगों को पसंद आएगी। मैं देखने में सुन्दर से ज्यादा सेक्सी लगती हूँ कालेज के दूसरे […]
स्नेहा रीमा से बात करने लगी। स्नेहा अपने बिस्तर पर लेटी हुई थी, मैं गया वैसे ही बोली- क्या हुआ, अभी दिन में ही शुरू कर दिया क्या? मैं बोला- अरे वो अभी कहाँ। अभी तो रश्मि अपने मंगेतर के बारे में बता रही थी। स्नेहा बोली- देखिए, रश्मि तो आपको चोदने नहीं देगी, और […]
स्नेहा रीमा से बात करने लगी। रीमा उसे कुछ बोली, बदले में स्नेहा बोली- ठीक है, यह अच्छी बात हैं हमें इससे कोई तकलीफ नहीं होगी, कोई बात नहीं आ जाओ। यह बोलकर स्नेहा ने फोन बंद कर दिया। मैंने पूछा- क्या बात है? क्या कहा उसने? स्नेहा बोली- उसकी एक सहेली और आ रही […]
अन्तर्वासना के सभी पाठकों को नमस्कार। आपने मेरी लिखी कहानियों को सराहा और अपनी राय से मुझे अवगत कराया, इसके लिए धन्यवाद। मेरी अभी हाल की कहानी ‘उतावली सोनम’ पढ़ने के बाद मुझे जिस तरह के मेल आए, और इतने ज्यादा मेल आए कि उन सबका जवाब देना मुझे मुश्किल हो गया, सो जितने को […]
प्रेषक : बबलू हेलो दोस्तो, सभी पाठकों को मेरा नमस्कार, एक बार की बात हैं मैं रात के करीब दो बज रहे होंगे, मैं चैटिंग कर रहा था ! मुझे मेघा नाम की एक लड़की ऑनलाइन लड़की ऑनलाइन मिली, मैंने ही उसे चाट करने के लिए ऑफर किया था ! मैं- हाय ! मेघा- हेलो […]
मैं श्रेया आहूजा आपके सामने फिर पेश हूँ इस बार आपबीती लेकर ! सबसे पहले तो आप सबका शुक्रिया कि आपने मेरे कहानियों को इतना सराहा ! थैंक्स… आपके इ मेल मुझे मिलते रहते है… माफ़ी चाहूंगी कि सबको जवाब नहीं दे पाई… कोशिश यही रहेगी कि मैं जवाब ज़रूर दूँ… आप लिखते रहना… जो […]
प्रेषक : राज कुमार मेरा नाम राज है, दिल्ली का रहने वाला हूँ, उम्र 24 साल है… यह मेरी पहली सच्ची कहानी है, मैं अन्तर्वासना की कहानियाँ बहुत सालों से पढ़ रहा हूँ। मैं सभी अन्तर्वासना से जुड़े लोगों का धन्यवाद करना चाहता हूँ और क्षमा चाहता हूँ अगर मेरी कहानी में कोई त्रुटि हो […]
सवेरे आँख खुली तो देखा ऋतु अभी भी बेसुध सो रही है। रात को ऋतु ने दारु भी बहुत पी और मैंने चोदा भी जोर से। मेरा लंड ऐसे गांड भी मार सकता है पता नहीं था। बालकनी में शर्मीला नंग धडंग सुबह की ठंडी हवा का मजा लेते हुए सिगरेट पी रही थी।
मैंने ऋतु को कहा कि वो कुतिया बन जाये, मुझे गांड मारनी है। शर्मीला के चाटने से ऋतु गांड थोड़ी गीली थी। कुतिया बनने पर ऋतु का सर बिस्तर पर लगा दिया तो अब उसकी गांड के अच्छे दर्शन हो रहे थे।
मैंने उसके छोटे गाउन के अन्दर हाथ डाला और पीठ पर फेरते हुए पेंटी में घुसा दिया। गांड और चूतड़ों का नाप लेने लगा। तभी शर्मीला का ख्याल आया तो एक हाथ निकाल शर्मीला के मम्मे को दबाया और अपनी और खींच लिया।