गर्लफ्रेंड को पत्नी बना कर चोदा
जब मैंने अपनी गर्लफ्रेंड को पहली बार चोदा तो पूरे इंडियन स्टाइल में दुल्हन बना कर उसके साथ सुहागरात मनाई. सेक्स स्टोरी पढ़ कर आनन्द लें!
जब मैंने अपनी गर्लफ्रेंड को पहली बार चोदा तो पूरे इंडियन स्टाइल में दुल्हन बना कर उसके साथ सुहागरात मनाई. सेक्स स्टोरी पढ़ कर आनन्द लें!
प्रेम गुरु की अनन्तिम रचना ‘पलक…’ ‘हुं…’ ‘पर तुम्हें एक वचन देना होगा !’ ‘ केवू वचन?’ (कैसा वचन?) ‘बस तुम शर्माना छोड़ देना और जैसा मैं समझाऊँ, वैसे करती रहना !’ ‘ऐ बधू तो ठीक छे पण तमे केवू आवशो? अने आवया पेला मने कही देजो.. भूली नहीं जाता? कई गाड़ी थी, केवू, केटला […]
जब सुहागरात को दुल्हन कमरे में बैठी होती है उस समय जब दूल्हे को कमरे में भेजकर भाभियाँ बाहर से कुंडी लगा देती हैं तो दूल्हे को चाहिए कि कुंडी खुलवाने के लिए थोड़ा सा निवेदन करने के बाद स्वयं अंदर से दरवाजे का कुंडी अंदर से लगा दे।
प्रेम गुरु की अनन्तिम रचना हे लिंग महादेव ! अगर मुझे इन छोटे छोटे चीकुओं को चूसने या मसलने का एक मौका मिल जाए तो मैं तो सब कुछ छोड़छाड़ कर इनका अमृतपान ही करता रहूँ। एक बार तो मेरे मन में आया कि उसे कह दूँ कि मेरे पास आकर रोज़ इनकी मालिश करवा […]
आप सभी पाठकों को प्रेमशीर्ष का प्रेम भरा नमस्कार ! सबसे पहले मैं प्रेमगुरु का दिल से आभार व्यक्त करता हूँ जिन्होंने मुझे अपने दिल में जगह दी और मेरी कहानी को सम्पादित किया। मैं जमशेदपुर शहर से हूँ और आप सबने मेरी पहली कहानी जमशेदपुर की गर्मी पढ़ी होगी। कहानी के बाद आप सभी […]
प्रेम गुरु की अनन्तिम रचना हज़ारों साल नरगिस अपनी बेनूरी पे रोती है बाद मुद्दत के होता है चमन में दीदा-ए-वार पैदा ओह… प्रेम ! क्या तुम नहीं जानते प्रेम अँधा होता है। यह उम्र की सीमा और दूसरे बंधन स्वीकार नहीं करता। इवा ब्राउन और अडोल्फ़ हिटलर, राहब (10) और जेम्स प्रथम, बित्रिश (12) […]
लेखक: मनीष शर्मा प्रेषक : वीणा शर्मा मैंने उसे उठा कर अपनी गोदी में बिठा दिया और मेरा लौड़ा उसकी गांड को छूने लगा, तब उसे याद आया कि वह तो मेरे लौड़े के नाप की बात कर रही थी, जो मालिश के कारण उत्तेजना और आनन्द में भूल गई थी। वह तुरंत बोली- अब […]
लेखक : मनीष शर्मा प्रेषिका : वीणा शर्मा मेरे प्रिये अन्तर्वासना के मित्रो, आप सब अन्तर्वासना में प्रकाशित हो रही कहानियों को पढ़ कर अपनी कामवासना की आग को खूब जागृत कर रहे होंगे ! मुझे आशा है कि मेरी यह छोटी सी भेंट भी उस कामवासना की आग में घी का काम करेगी और […]
मेरा नाम खान है, मैं दिल्ली का रहने वाला हूँ। मैं 21 साल का हूँ। मैं आज आप सभी को मेरी एक दोस्त के साथ हुई सैक्स के बारे में बताने जा रहा हूँ ! यह बात लगभग एक साल पुरानी है। मैं सरकारी संस्था में संविदा के आधार पर काम करता हूँ। इसके अतिरिक्त […]
लेखिका : मंजू मनचन्दा अन्तर्वासना के सभी पाठकों को नमस्कार। मुझे अन्तर्वासना की कहानियाँ पढ़ने में मजा आता है, सही पूछें तो मैं अन्तर्वासना की बहुत बड़ी फैन हूँ। बहुत दिन सोचने के बाद मैं यह कहानी आप लोगों के साथ शेयर कर रही हूँ, यह कहानी कैसी है, आप ही तय करके मुझे बताना। […]
योनि का इन्तजार तो हर लण्ड को रहता है पर मिलती किसी एक लण्ड को ही है। योनि की प्यास ना तो आज तक कोई मिटा पाया है और ना कोई मिटा सकता है। हजारों लण्ड प्रयास कर करके थक गए मगर असफल रहे हालांकि कुछ लण्डों के प्रयास सफल भी रहे मगर वो भी ज्यादा देर तक उनके सामने टिक नहीं सके।
मैंने अपना एक हाथ बाहर निकाल कर ऊपर किया और तर्जनी उंगली धीरे से कामना की गुदा में सरकाने की कोशिश की। ‘आह…नहीं…’ की आवाज के साथ वो कूद कर आगे हो गई, ओर मेरी तरफ देखकर बोली- आप इतने बदमाश क्यों हो?’ मैंने बिना कोई जवाब दिये अपने उंगली कामना की योनि में घुसा […]
मेरे पास अब सोचने का समय नहीं था। किसी भी क्षण मेरा शेर वीरगति को प्राप्त हो सकता था, मैंने आगे बढ़कर अपना लिंग उसके स्तंनों के बीच की घाटी में लगा दिया। मैं दोनों हाथों से कामना के स्तनों को पकड़कर लिंग पर दबाव बनाने लगा, असीम आनन्द की प्राप्ति हो रही थी, वो […]
मैंने एक तरफ से कामना का नाइट गाऊन उसके नीचे से निकालने के लिये जैसे ही खींचा कामना से अपने नितम्ब ऊपर करके तुरन्त नाइट गाऊन ऊपर करने में मेरी मदद की। मैंने कामना के ऊपरी हिस्से को बिस्तर से उठाकर नाइट गाऊन को उसके बदन से अलग कर दिया... और वो काम सुन्दरी मेरे सामने सिर्फ ब्रा और पैंटी में थी वैसे तो उस समय वो गुलाबी रंग की ब्रा उस पर गजब ढा रही थी...
मैं मौके का फायदा उठाते हुए एकदम उसके पीछे आ गया, और पीछे से उसकी कमर में हाथ डालकर उसके पेट पर उंगलियाँ फिराने लगा। उसने खुद को कसकर दबा लिया। अब उसकी आँखें बंद, बाजू तनी हुई, होंठ फड़फड़ाते हुए, ऊ… ऊ… आहह.. ई… आह… सी… आहह.. सीईईई… की हल्की हल्की आवाज लगातार उसके […]
उसने रसोई की तरफ झांककर देखा और वहाँ से संतुष्ट होकर बोली- जीजू गुदगुदी होती है ! रहने दो ना !’ उनका इतना बोलना था, कि मैंने तुरन्त अपना हाथ पीछे खींच लिया, और चुपचाप टीवी देखने लगा। उसने बड़ी मासूमियत से मेरी तरफ देखा और पूछा- नाराज हो गये क्या?’ मैंने कोई जवाब नहीं […]
गौर से देखने पर मुझे अहसास हुआ कि कामना ने टॉप के नीचे कोई अधोवस्त्र नहीं पहना था, क्योंकि उन पहाडि़यों की ऊपरी चोटी पर स्थित अंगूर के दाने का अहसास हो रहा था, ऐसी अनुभूति हो रही थी जैसे वर्षों से प्यासे किसी राही को एक छोटे से जल स्रोत का पता चल गया […]
पिछले तीन दिनों की व्यस्तता के बाद भी आज मेरे चेहरे पर थकान का कोई भाव नहीं था आखिर आज मेरे घर मेरी स्वप्न सुन्दरी यानि ड्रीम गर्ल जो आने वाली थी। मैं आफिस से जल्दी घर आ गया और नहा धोकर अपनी पत्नी ‘शशि’ से तैयार होने को कहा। शशि बोली- कामना से मिलने […]