मैं भ्रम में रह गया-2
प्रेषक : जितेन्द्र कुमार हाय, मैं जितेन्द्र एक बार फिर एक नई कहानी के साथ आया हूँ। तो कहानी पर आता हूँ ! आपको तो पता है कि मैं एक शेयर ब्रोकिंग कम्पनी का बिजनस करता हूँ, मेरा अपना दफ़्तर है। इस बार शनिवार का रक्षाबन्धन था और मेरे दफ़्तर की छुट्टी भी थी, और […]