केले का भोज-8
वह फिर मुझ पर झुक गई। कम से कम आधा केला अभी अन्दर ही था। ‘खट खट खट !’… दरवाजे पर दस्तक हुई। मैं सन्न। वे दोनों भी सन्न। यह क्या हुआ? ‘खट खट खट’… ‘सुरेश, दरवाजा खोलो।’ निर्मल उसके हॉस्टल से आया था। उसको मालूम था कि सुरेश यहाँ है। किसी को समझ में […]