कम्पकपी
कुलजीत पंजाब का एक बड़े जमींदार का गबरू जवान बेटा था जो बम्बई शहर में रह रहा था। आजादी से कुछेक साल पहले के सावन के दिन थे, रोज बारिश हो जाती थी, खिड़की से बाहर नीम के पत्ते भीग रहे थे, सागवान के गद्देदार पलंग पर एक लड़की कुलजीते के साथ लिपटी हुई थी। […]