Sex Stories Archive for October, 2010

चूत की आग के लिए मैं क्या करती-6

On 2010-10-31 Category: पड़ोसी Tags:

घंटी बजी, दरवाजा खोला तो दूध वाला था। दूध लिया, बाहर देखा तो सुशील मेरी तरफ़ ही देख रहा था, मैंने उसको कहा- सुशील, चाय पीनी हो तो आ जाओ! वो आ गया, उसने सारी औपचारिकताएँ की- नमस्ते भाभी! भैया क्या सो रहे हैं? मैंने कहा- नहीं, मुंबई गए हैं 10 दिनों के लिए! इतना […]

चूत की आग के लिए मैं क्या करती-5

विनोद बोला- हाँ! आज मैं कोशिश करूँगा कि तुमको चरम तक पहुँचा दूँ! और एक बार और हम सेक्स करने लगे। विनोद ने आज जादू करने का मन बना लिया था, उसने मुझे दोबारा मुझे उत्तेजित कर दिया, मेरी चूत को मसल कर रख दिया और अपनी जबान से मेरी चूत साफ करने लगा मुझे […]

रेलगाड़ी का मज़ेदार सफ़र -2

मेरा लंड पूरी तरह उसकी गांड में चला गया और वो जोर से चिल्लाई तो वो बोलने लगी- मुझे यह नहीं करना, बस निकाल लो। मैंने उसे बहुत समझाया कि जो दर्द होना था वो हो गया, अब तो मजा आएगा बस थोड़ा सा और। और फिर मैं अपने लंड को धीरे धीरे अंदर-बाहर करने लगा।

चूत की आग के लिए मैं क्या करती-4

वो मुझे गोद में उठाकर अंदर आ गया, आते ही उसने मेरे सारे कपड़े उतार दिए और मेरी चूत चाटने लगा। मुझे लगा कि आज विनोद नहीं और कोई मेरे साथ सेक्स कर रहा है!

कॉलेज की साथी

प्रेषक : नवजोत सिंह दोस्तो, मैं भी अन्तर्वासना के लाखों चाहने वालों में से एक हूँ। मैंने यहाँ सारी कहानियाँ पढ़ी हैं, हर कहानी को पढ़ने के बाद में अपने लंड से पानी जरूर निकालता हूँ। मेरा नाम है राजू, मेरा कद 6 फीट है और पंजाब का रहने वाला हूँ। यह मेरी पहली सेक्स […]

मेरा भतीजा

On 2010-10-26 Category: रिश्तों में चुदाई Tags:

प्रेषिका : तमन्ना कुरैशी मेरा नाम शांति (बदला हुआ) है। मेरी उम्र 32 साल है, रंग सावला, लम्बाई 5″4, और थोड़ी मोटी लेकिन बराबर फिट। मेरे गाँव का नाम रतनपुर है। मेरी शादी, जब मैं 18 साल की तब ही हो गई थी। मेरे परिवार में मेरी दो बड़ी बहनें और मुझसे छोटा भाई और […]

लूट का माल

On 2010-10-25 Category: चुदाई की कहानी Tags:

फ़ुलवा हरजीत सिंह ज्यों ही कमरे में दाखिल हुआ, सन्तो पलंग पर से उठी। अपनी तेज-तर्रार आँखों से उसकी तरफ घूरकर देखा और दरवाजे की कुण्डी बन्द कर दी। रात के साढ़े ग्यारह बज चुके थे। शहर का वातावरण एक अजीब रहस्यमयी खामोशी के आगोश में था। सन्तो पलंग पर पालथी मारकर बैठ गई। हरजीत […]

चूत की आग के लिए मैं क्या करती-3

On 2010-10-24 Category: पड़ोसी Tags: वीर्यपान

सुशील ने कहा- भाभी, मैं घर हो आता हूँ! माँ को कह आता हूँ कि विनोद भैया के यहाँ कोई नहीं है, भाभी को डर लग रहा है तो मैं वहीं सो जाऊँगा। वैसे सुशील मुझसे इतना छोटा है कि कोई हम पर शक भी नहीं कर सकता है, मैंने कहा- ठीक है! उसके जाने […]

चूत की आग के लिए मैं क्या करती-2

सुनील ने कहा- भाभी, अब तुम कभी प्यासी नहीं रहोगी, अब तुम जब भी बुलाओगी, आपका यह सेवक हाजिर रहेगा! विनोद के आने के बाद जब भी वो बाहर रहता था हम दोनों यह मधुर-मिलन करते थे! पर उसके आने जाने से मेरे पड़ोस में रहने वाले एक लड़के सुशील को शक हो गया। सुशील […]

चूत की आग के लिए मैं क्या करती-1

मेरा नाम सुरभि है, वैसे तो मैं अन्तर्वासना की कहानियों को नहीं जानती थी पर एक बार मेरे किसी दोस्त ने चैटिंग करते हुए इसके बारे में और साईट की जानकारी दी, तब से ही मैं इसकी दीवानी हो गई हूँ! वैसे तो मैं बहुत सीधी सादी औरत हूँ, मेरी शादी को पाँच साल हो […]

एक अनार दो बीमार-2

On 2010-10-21 Category: पड़ोसी Tags:

लेखिका : कामिनी सक्सेना वो मेरे साथ ही बिस्तर पर लेट गई और मेरी चूत को सहलाने लगी- कम्मो, वो दीपक का लण्ड कैसा रहेगा? नया नया जवान लड़का है… मजा आयेगा ना…?” “अरे चुप छिनाल… अंकल क्या कहेंगे?” मैंने उसे चेतावनी देते हुये कहा। “हाय राम, वो कहेंगे कि… हे चूत वालियों ! मेरे […]

एक अनार दो बीमार-1

लेखिका : कामिनी सक्सेना दो तीन वर्ष गाँव में अध्यापन कार्य करने के बाद मेरा स्थानान्तरण फिर से शहर में हो गया था। मैं कानपुर में आ गई थी। यह स्कूल पिछले गांव वाले स्कूल से बड़ा था। मैं इसी स्कूल में गणित विषय की अध्यापिका थी। वहाँ पर मेरे पापा के एक मित्र का […]

खूबसूरत खता-2

On 2010-10-18 Category: चुदाई की कहानी Tags:

प्रेषिका : निशा कुणाल दो मिनट तक ऐसे ही यामिनी के होंटो को चाटता और चूसता रहा… जब दोनों की सांसें फूलने लगी तो कुणाल ने यामिनी के गुलाबी लबों से अपने होंटों को अलग किया। यामिनी कुणाल के अलग होते ही ज़ोर से हाँफने लगी उसकी साड़ी का पल्लू नीचे होने की वजह से […]

खूबसूरत खता-1

On 2010-10-17 Category: चुदाई की कहानी Tags:

प्रेषिका : निशा “डार्लिंग ! आज तो बहुत सेक्सी दिख रही हो ! किस पर कयामत गिराने का इरादा है?” गिरीश ने अपनी पत्नी को देखकर हंसते हुए कहा जिसे वो अपने बॉस की पार्टी में अपनी कार में ले जा रहा था। “धत्त ! आप भी ना !” यामिनी ने शरमा कर अपने पति […]

बीवी की अदला बदली

On 2010-10-16 Category: कोई मिल गया Tags:

प्रेषक : उमेश मैं अहमदाबाद शहर में रहने वाला शादीशुदा लड़का हूँ, एक लिमिटेड कंपनी में अकाउंट मैनेजर की जॉब करता हूँ। आज मैं एक बार फिर अपनी एक सच्चे अनुभव की कहानी आपके सामने पेश कर रहा हूँ। दोस्तो, आपने भी सुना होगा कि बड़े शहरों में कई लोग अपनी बीवी को अदल-बदल कर […]

सोने के कंगन

On 2010-10-15 Category: पड़ोसी Tags:

दोस्तो, मेरा नाम निहारिका है, यह मेरी पहली कहानी है, आशा करती हूँ आप सभी को पसंद आएगी। बारहवीं कक्षा पास करते ही मुझे बैंक में क्लर्क की नौकरी मिल गई लेकिन मुझे अपने घर से दूर पोस्टिंग मिली, इतनी कम उम्र में घर से दूर रहना आसान नहीं था पर घर के हालात ऐसे […]

तीन सहेलियाँ

On 2010-10-14 Category: चुदाई की कहानी Tags:

फ़ुलवा “और बता क्या हाल है?” “अपना तो कमरा है, हाल कहाँ है?” “ये मसखरी की आदत नहीं छोड़ सकती क्या?” “क्या करूँ? आदत है, बुढ़ापे में क्या छोड़ूं? साढ़े पांच बज गए शैला नहीं आई?” “बुढ़ऊ झिला रहा होगा।” “तू तो ऐसे बोल रही है, जैसे तेरे वाले की जवानी फूटी पड़ रही हो।” […]

जरूरत

On 2010-10-13 Category: पड़ोसी Tags:

दोस्तो, मैं फिर से हाज़िर हूँ अपनी एक और आपबीती लेकर। ये सब मेरे साथ करीब 4 महीने पहले हुआ था जो मैं आप सभी के साथ साझा करना चाहता हूँ। यह घटना तब शुरू हुई जब मैं अपनी नौकरी बदलने के प्रयास में लगा हुआ था। मैं दिल्ली में था और एक किराए पर […]

मेहनत का फ़ल

कैसे हो आप लोग… आशा है कि आपको मेरी भेजी हुई कहानियाँ पसंद आई होंगी, मुझे काफ़ी सारे मेल भी आये जिसके लिए मैं आपको धन्यवाद कहता हूँ। यह कहानी है मेरे मामा के लड़के की बीवी यानि मेरी भाभी की ! मैं कुछ दिनों के लिए अपने मामा के यहाँ गया हुआ था, वहाँ […]

आरती की आरती

On 2010-10-11 Category: कोई मिल गया Tags:

दोस्तो, मेरा नाम जीत है। बात उस समय की है जब मैं इस कंपनी में नया नया आया था। काम का बोझ ज्यादा था, या यूँ कहो कि नई नई नौकरी थी सो लगभग रोज़ ही शाम को लेट हो जाया करता था। ऑफिस आने जाने के लिए मैंने मोटर साइकिल रखा था। उस दिन […]

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