प्रेम और पिंकी का प्यार-3
प्रेषक : प्रेम मैं- ओह पिंकी, मैं बस आने वाला हूँ ! अह अह ! उसने अपने गले पर मेरा चेहरा थोड़ा दबाया और मैं उसके गले को चूसने-काटने लगा और गांड मारता रहा। पिंकी- हाँ प्रेम आ जाओ न मेरा अन्दर ! और मैं थोड़ी देर बाद झड़ गया उसकी गांड में ! क्या […]