पुष्पा का पुष्प-3
पुष्पा का पुष्प। पैंटी के नीचे ढका हुआ... सुरक्षित, कोमल, सुगंधित, रसभरा... दो हिस्सों में फटी मांसल स्पंज, जिसके बीच की फाँक को मैं कंधों से उसकी जांघों को फैलाकर चौड़ा करता हूँ!
पुष्पा का पुष्प। पैंटी के नीचे ढका हुआ... सुरक्षित, कोमल, सुगंधित, रसभरा... दो हिस्सों में फटी मांसल स्पंज, जिसके बीच की फाँक को मैं कंधों से उसकी जांघों को फैलाकर चौड़ा करता हूँ!
उसकी पनीली आँखों में, जिनमें एक अजब-सा मर्म को छूता भाव उमड़ रहा था। शर्म से लाल गालों पर झूलती लट, बालों के बीच सफेद मांग ! खाली। मेरे भीतर कुछ उमड़ आया। उस तमाम निर्भयता और तेजी के पीछे एक अदद औरत उमड़ रही थी, वह औरत जो खुद उसे तीर से भेदने वाले […]
मैंने उसके नितम्बों को बाँहों में घेरा और कमर के नीचे उस स्थान पर जहाँ भीतर जांघों का संधिस्थल था उसमें मुँह घुसाकर जोर से चूम लिया।
“तेल भरवा लें !” कह कर रतन ने अपनी कार जुहू बीच जाने वाली सड़क के किनारे बने पेट्रोल पंप पर रोक दी और दरवाजा खोल कर बाहर उतर गया। शहर में अभी-अभी दाखिल हुए किसी अजनबी के कौतुहल की तरह मेरी नजरें सड़क पर थी कि उन नजरों में एक टैक्सी उभर आई। टैक्सी […]
पहले भाग से आगे : तो सर मुझे चूम कर बोले- जान, टेंशन मत लो, मैंने नसबंदी करा रखी है। फिर मैं कपड़े ठीक करके क्लास में आ गई। अगली क्लास सर की ही थी, मैं उनसे नज़र नहीं मिला पा रही थी, उनको देखते ही चूत में अजीब सा सनसनाहट होने लगी। बाद में […]
कहानी का पिछला भाग: चचेरी बहन का कौमार्य-2 दोस्तो, मेरा ख्वाब था कि मैं किसी की सील तोडूं! पर मुझे अपनी बीवी के साथ भी यह मौका नहीं मिला था, हालांकि मेरी बीवी ने तब मुझे यही बताया था साईकिल चलाते वक्त उसकी चूत की झिल्ली फट गई थी, तो आज जब मुझे अपनी बहन […]
कहानी का पहला भाग: चचेरी बहन का कौमार्य-1 प्रिया थोड़ी देर बाद कमरे में आई, वो अपने बदन को केवल एक तौलिये से ढके थी, कमरे में आते ही वो अपने ड्रेसिंग टेबल की तरफ गई और तौलिया हटा दिया। उफ़ क्या मस्त लग रही थी मेरी बहना! उसके शरीर पर यहाँ वहाँ पानी की […]
दोस्तो, मैं भी अन्तर्वासना की कहानियों को नियमित पढ़ता हूँ, मैंने सोचा मैं भी अपनी कहानी आप सबको बताऊँ। यह मेरी पहली कहानी है, उम्मीद तो यही है कि सभी कुंवारी चूतें फड़फ़ड़ा जायेंगी और मेरे भाइयों के लण्ड फड़क उठेंगे उनको फाड़ने के लिए। कृपया अपनी प्रतिक्रिया जरूर भेजिएगा। मेरा नाम अमित है, मैं […]
राज कार्तिक रंगीन और मस्त जिंदगी की ख्वाहिश हर इंसान करता है पर सबके नसीब में मस्ती से जीना नहीं होता। यह अलग बात है कि जिंदगी में कम से कम एक बार कुछ हसीन पल जरूर आते हैं जिन्हें अगर जी लिया जाए तो तमाम जिंदगी उन हसीन पलों की खुशबू जीवन को एक […]
नेहा वर्मा सुन्दर की ट्रेनिंग के दौरान प्रिया और राधा गोपाल से खूब चुदी थी। सुन्दर ट्रेनिंग से वापस आ चुका था। अब तो गोपाल को सुन्दर की उपस्थिति बहुत खराब लग रही थी।कारण था कि जवान राधा को तो सुन्दर खूब चोदता था पर गोपाल के पल्ले उसकी माँ ही आती थी। जिस पर […]
नेहा वर्मा राधा तो मस्ती से चुदे जा रही थी। एक लय में चूत और लण्ड चल रहे थे। राधा को मन के मीत की चुदाई मिल गई थी। गोपाल भी अपनी मनपसन्द लड़की की चुदाई करके आनन्दित हो रहा था। जाने कब तक उनका यह दौर चलता रहा। राधा की माँ हस्तमैथुन करके अपने […]
नेहा वर्मा राधा और प्रिया के मन की मुराद पूरी हो रही थी। सुन्दर और राधा की शादी हो रही थी। पर प्रिया ने सुन्दर से वादा लिया कि शादी की पहली सुहागरात वो उसके साथ ही मनायेगा। फिर वो राधा को चोदेगा। राधा ने माँ की बात सुनी तो उसने खुशी खुशी प्रिया का […]
नेहा वर्मा प्रिया ने अपने दोनों टांगें अपनी छाती से चिपका ली और अपनी गाण्ड पूरी तरह से खोल दी। प्रिया ने अपनी गाण्ड उभार कर सुन्दर के लण्ड से चिपका दी। प्रिया के चूतड़ों के बीच फ़ूल सा छेद खिल उठा। लण्ड के स्पर्श से वो अन्दर-बाहर होने लगा था। प्रिया को अपनी गाण्ड […]
नेहा वर्मा यह कहानी तीन प्रेमियों की है। इस कहानी के पात्र फ़िल्म संगम के पात्रों से मिलते-जुलते हैं और कहानी में वही त्रिकोण है। गोपाल और सुन्दर बचपन के मित्र थे। एक साथ पढ़े-लिखे, खेले-कूदे और खाते पीते थे। जब वे छठी कक्षा में आये तो उसी स्कूल में एक लड़की राधा ने प्रवेश […]
प्रेषक : विशाल मैं फिर से हाज़िर हूँ आप सबके बीच में अपनी कहानी को पूरा करने के लिए ! तो पहले भाग में मैं उसकी चूत के दर्शन करके हैरान रह गया। दोस्तो, पहली बार चूत के दर्शन जो किये थे मैंने ! लड़का हूँ ! अब तक तो बस अपना हाथ जगन्नाथ ही […]
प्रेषक : विशाल अन्तर्वासना के पाठकों को मेरा नमस्कार। सभी फड़कती हुई चूतों को और लण्डों को भी मेरा नमस्कार ! मेरा नाम विशाल है और मैं जयपुर का रहने वाला हूँ, उम्र बीस साल है और मैं कालेज का छात्र हूँ। यह अन्तर्वासना पर चुदाई की मेरी पहली कहानी है। बात जनवरी, 2011 की […]
लेखक : सनी सभी पाठकों को भी मेरी तरफ से बहुत बहुत प्यार ! सभी कह रहे हैं कि सनी यार, अपनी कोई और चुदाई के बारे लिख ! मुझे पाठकों को निराश नहीं करना है क्योंकि मैं गाण्ड तो खूब मरवाता हूँ लेकिन हर किस्सा तो नहीं बताया जाता। फिर भी मैं आपको एक […]
मेरा नाम रोहित है। यह बात उस समय की है जब मैं 18 साल का था और स्कूल में नया दाखिला लिया था. मैं बहुत खुश था। मेरे स्कूल में एक मैडम थी जिसका नाम लीना था. उसकी अभी अभी नई शादी हुई थी. वो देखने में बहुत सुन्दर थी और उसका फिगर 34-28-36 था। […]
बाथरूम से निकलते हुए कुसुम की नजर जब रीतेश के कमरे की ओर गई तो उसने देखा कि दरवाजा आधा खुला था और मिनी अपने को किसी से छुड़ाने की कोशिश कर रही थी। उसे लगा जैसे किसी चीज में उसका पाँव उलझ गया हो और वह उसे ही छुड़ा रही हो। तभी मिनी तेजी […]
जसप्रीत ने कहा- ठीक है, तो अब यहीं रुकेगा ना? मैंने कहा- नहीं, मैं किसी होटल में रह लूँगा। जसप्रीत ने कहा- यह क्या बात हुई? तू यहीं रहना। उसके सास-ससुर ने भी कहा- हाँ-हाँ बेटा, यही रुक जाओ, इतना बड़ा घर है, कोई दिक्कत नहीं होगी तुम्हें। मैंने कहा- ठीक है। जसप्रीत ने मुझे […]