Sex Stories Archive for 2009

गाण्ड मारे सैंया हमारो-4

On 2009-03-13 Category: कोई मिल गया Tags: गांड

प्रेम गुरु और नीरू बेन को प्राप्त संदेशों पर आधारित प्रेषिका : स्लिम सीमा मुझे आते देख कर वह जल्दी से खड़ा हो गया और मुझे बाहों में भर कर नीचे पटकने लगा। “ओह.. रूको.. मैं नाइटी तो उतार दूँ ?” मैंने अपनी नाइटी निकाल फैंकी। वह तो पहले से ही नंग-धड़ंग था, उसने झट […]

गाण्ड मारे सैंया हमारो-3

On 2009-03-12 Category: कोई मिल गया Tags: गांड

प्रेम गुरु और नीरू बेन को प्राप्त संदेशों पर आधारित प्रेषिका : स्लिम सीमा मैंने उसे पास पड़े सोफे पर धकेल दिया और उसकी पैंट की जीप खोल दी, फिर कच्छे के अंदर हाथ डाल कर उसका लण्ड बाहर निकाल लिया। मेरे अंदाज़े के मुताबिक उसका काले रंग का लण्ड 8 इंच लंबा और 2 […]

गाण्ड मारे सैंया हमारो-2

प्रेम गुरु और नीरू बेन को प्राप्त संदेशों पर आधारित प्रेषिका : स्लिम सीमा ‘हाँ और वो साली सुनीता भी ऐसे ही नखरे करती रहती है !’ ‘कौन? वो काम वाली बाई?’ ‘हाँ हाँ !… वही !’ ‘उसे क्या हुआ?’ ‘वो भी चूत तो मरवा लेती है पर… ! गाण्ड नहीं मारने देती… !’ ‘हाय […]

गाण्ड मारे सैंया हमारो-1

प्रेम गुरु और नीरू बेन को प्राप्त संदेशों पर आधारित प्रेषिका : स्लिम सीमा तजुर्बेकार लोग कहते हैं कि गोरी की गाण्ड और काली की चूत बहुत मज़ेदार होती है। अगर इस लिहाज से देखा जाए तो मेरी मटकती गाण्ड तो बहुत ही लाजवाब है। क्या आपको मेरे (नीरू बेन) मदहोश कर देने वाले किस्से […]

मम्मी पापा वाला खेल

On 2009-03-09 Category: चुदाई की कहानी Tags:

रात को अचानक पापा के कमरे की बत्ती जलने से बन्टी की नींद खुल गई। बन्टी को पेशाब आने लगा था। दीदी पास ही सो रही थी। बन्टी ने दरवाजा खोला और बाथरूम में चला गया। बाहर आते ही बन्टी को खिड़की से अपने पापा की एक झलक दिखी। वो बिल्कुल नंगे थे। उसे उत्सुकता […]

पड़ोसन भाभी की सहेली

उसने मेरे सामने ही अपनी जींस का बटन खोला, ज़िप खोली और पैंटी समेत ही जींस नीचे सरकाई तो मैंने उसकी गाण्ड देखी तो मेरा लण्ड खड़ा हो गया।

नौकरी में मिली छोकरी

मैंने उसे अपना फ़ोन दे दिया। वो अन्दर देखने लगी। अन्दर देखते देखते उसने मेरे गर्म वीडियो देख लिए और वो उन्हें चला कर देखने लगी।

आठ साल बाद मिला चाची से-6

On 2009-03-06 Category: चाची की चुदाई Tags:

प्रेषक : संदीप शर्मा चाची की चुसाई ऐसी थी कि मैं पूरी तरह से पस्त हो चुका था, मैंने कई लड़कियों और औरतो को चोदा है, उनसे चुसवाया है लेकिन मैं कभी भी इसके पहले इस तरह से पस्त नहीं हुआ था। जब चाची ने मुझे पूरा निचोड़ लिया तो मेरे बगल में आकर मुझे […]

आठ साल बाद मिला चाची से-5

On 2009-03-05 Category: चाची की चुदाई Tags:

प्रेषक : संदीप शर्मा मैंने जवाब दिया- चाची, आपको मैं आठ साल से प्यार करता हूँ, बस आपको भोगने का मन नहीं था, पर मैंने आपको प्यार किया है, वही निभा रहा हूँ। चाची ने खाया और उठ कर बाल सुखाने लगी… क्या गजब लग रही थी यार वो…. उस वक्त उनको देख कर मेरा […]

आठ साल बाद मिला चाची से-4

On 2009-03-04 Category: चाची की चुदाई Tags:

प्रेषक : संदीप शर्मा मैं चाची को धक्के लगा लगा कर जोर जोर से चोद रहा था और चाची हर धक्के पर वाह मेरे राजा …. और जोर से …. और जोर से …. चोद दो…. आज आग बुझा दी तुमने मेरे राजा मेरी चूत की जैसी बातें बोल रही थी। हर धक्के पर चाची […]

आठ साल बाद मिला चाची से-3

On 2009-03-03 Category: चाची की चुदाई Tags:

प्रेषक : संदीप शर्मा अचानक चाची ने धक्के लगाना बंद कर दिया, उनका पूरा बदन ऐंठने लगा तो मैं समझ गया कि चाची आने वाली हैं, पर ऐसी हालत में चाची का धक्के लगाना ना मुमकिन था जो कि मैं पहले से ही जानता था, इसीलिए मैंने अपनी जांघों का इस्तेमाल करते हुए चाची की […]

आठ साल बाद मिला चाची से-2

आप सभी दोस्तों का बहुत बहुत धन्यवाद ! आपने मेरी कहानी को बहुत पसंद किया। दोस्तो, उस कहानी का दूसरा भाग लेकर आपके सामने हाजिर हूँ ! देरी के लिए माफ़ी चाहूँगा, लेकिन क्या करता एक्सीडेंट के कारण लगभग चालीस दिन होश नहीं था, उसके बाद ठीक होने में थोड़ा वक्त लग गया पर वादा […]

मुझे दीदी ना कहो-2

On 2009-03-01 Category: पड़ोसी Tags:

लेखिका : कामिनी सक्सेना उसने अपनी बाहें मेरी कमर में डाल कर मुझे दबा लिया और अपने अधरों से मेरे अधर दबा लिये। मैं जान करके घू घू करती रही। उसने मेरे होंठ काट लिये और अधरपान करने लगा। एक क्षण को तो मैं सुध बुध भूल गई और उसका साथ देने लगी। उसके हाथ […]

मुझे दीदी ना कहो-1

On 2009-02-28 Category: पड़ोसी Tags:

लेखिका : कामिनी सक्सेना मैं दिन को घर में अकेली होती हूँ। बस घर का काम करती रहती हूँ, मेरा दिल तो यूँ पाक साफ़ रहता है, मेरे दिल में भी कोई बुरे विचार नहीं आते हैं। मेरे पति प्रातः नौ बजे कर्यालय चले जाते हैं फिर संध्या को छः बजे तक लौटते हैं। स्वभाव […]

भाभी के बाद कामवाली-2

On 2009-02-27 Category: नौकर-नौकरानी Tags:

साली बहुत मस्त है, कभी देख होंठों पर जुबान फेरती है, कभी अपने दांतों से होंठ काट कर मेरा लौड़ा खड़ा कर देती है, नज़रों से हम एक दूसरे को चाहते हैं, बस मिलन नहीं हो रहा!

भाभी के बाद कामवाली-1

On 2009-02-26 Category: नौकर-नौकरानी Tags:

मैं तो शादीशुदा हूँ-2 के आगे की कहानी: पहली भाभी की चुदाई के बाद अब मैंने उसके पति से दोस्ती कर ली। कभी वो मेरे घर बैठ पीता और वहीं लुढ़क जाता और मैं घर में ताला लगा कर उसके बेडरूम में ! यह भाभी तो मेरी हो गई, अब तो हर रात उसको मेरे […]

मैं तो शादीशुदा हूँ-2

On 2009-02-25 Category: पड़ोसी Tags:

मैं तो शादीशुदा हूँ-1 यह रास्ते में मिले, लगता ज्यादा पी ली है! वो प्रिया थी- यह रोज़ का काम है, आओ आप! मैं उसको लेकर उसके कमरे तक चला गया, उसको लिटा दिया, जूते उतार मैंने कंबल दिया। ‘धन्यवाद!’ प्रिया बोली। ‘कैसी बात करती हो भाभी? मैं बस डौगी को लेकर सैर कर रहा […]

मैं तो शादीशुदा हूँ-1

On 2009-02-24 Category: पड़ोसी Tags:

सबसे पहले सभी पाठकों को मेरा प्रणाम! मैं अन्तर्वासना का बहुत बड़ा प्रशंसक हूँ, इसमें प्रकाशित हर एक कहानी को मैं बहुत तबीयत से पढ़ता हूँ क्यूंकि मुझे इसमें आने वाली हर कहानी मुझे अच्छी लगती है। मेरा नाम रूद्रमान सिंह है, मैं पंजाब का रहने वाला पक्का जाट हूँ, पका हुआ शरीर है, मैं […]

वेलेंटाईन डे का तोहफा-3

On 2009-02-23 Category: पहली बार चुदाई Tags:

प्रेषक : शशिकान्त वघेला उसने फट से कंडोम पहना दिया मानो मुझसे पहले उसे जल्दी हो चुदाने की ! फिर मैंने उसे सीधी लिटाया और उसके पैर फ़ैलाकर अपना लण्ड उसकी चूत के मुँह के पास रख दिया, मुझे मालूम था कि लण्ड कहाँ डालना है पर मैंने जानबूझ कर थोड़ा नीचे रखा तो वो […]

वेलेंटाईन डे का तोहफा-2

On 2009-02-22 Category: पहली बार चुदाई Tags:

प्रेषक : शशिकान्त वघेला जब 14 फरवरी की सुबह हुई तो मैं बहुत खुश था क्योंकि उस दिन मेरे लण्ड को चूत चोदने को मिलने वाली थी। लण्ड भी अपने पूरे जोश में था। जब मैं घर से निकला तो उसके लिए एक गुलाब का फूल और डेयरी मिल्क चॉकलेट ले गया। जब मैं उसके […]

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