अहसान के बोझ तले
प्रेषक : सिम्मी मेरा नाम रूद्र प्रताप है मैं एक मध्यमवर्गीय परिवार से हूँ, पिताजी सरकारी बाबू हैं। अचानक ही उनका तबादला जबलपुर हो गया तो बड़े शहर में खर्च को लेकर चिन्ता होने लगी, मकान भी नहीं मिल रहा था। तभी पापा के मित्र वर्मा अंकल जो कि वकील थे, उन्होंने हमारी मदद की। […]