देखने-पढ़ने से मन नहीं भरता अब-1
प्रेषक : मुन्ना भाई एम बी ए(यह नाम पाठकों द्वारा सुझाया गया है) गुरू जी, यदि आपने मेरी कहानी स्पर्म थैरेपी न प्रकाशित की होती तो आज शोहरत के इस मुक़ाम पर शायद न होता जहाँ आपकी वजह से हूँ, आप को शत शत प्रणाम एवं धन्यवाद। सभी पाठकों को मुन्ना भाई एम बी ए […]