Sex Stories Archive for 2007

आंटी और उनकी बेटी की बुर चुदाई

मैंने पंखा चला दिया और आंटी के सामने बैठ गया। उनका आँचल पंखे की हवा से उड़ा और आंटी की दोनों चूचियों के बीच की खाई मुझे साफ दिखने लगी। मेरा लंड खड़ा होने लगा।

सेवक रामजी

On 2007-03-14 Category: चुदाई की कहानी Tags:

प्रेषक : प्रेम सिह सिसोदिया मेरी नौकरी एक घर में लग गई थी। मैं यहाँ घर का सारा काम करता था, मसलन- भोजन पकाना, घर की साफ़ सफ़ाई रखना आदि। यूँ तो मैं एक पढ़ा लिखा लड़का हूँ पर पढ़ाई में रुचि नहीं होने के कारण मेरे अच्छे नम्बर नहीं आते थे, जैसे तैसे बी […]

हॉस्टल में प्यार

मैं बारहवीं कक्षा में विशाखापटनम के एक स्कूल में पढ़ता था तो मुझे हॉस्टल में रहना पड़ता था। हॉस्टल में लड़के और लड़कियाँ एक ही मंजिल में रहते थे पर उनके अलग कमरे थे।

तू तो कुछ कर-3

On 2007-03-12 Category: गुरु घण्टाल Tags:

प्रिय पाठको को मेरा नमस्कार, मेरी कहानी का अगला भाग : मैडम के साथ आखिरी बार जो हुआ वो मुझे बड़ा अजीब लगा, मुझे देखने की उनकी नज़र बदलने लगी थी, शायद वो मुझे सही में चाहने लगी थी। यह शायद मेरा वहम था मगर अगर यह सच होता तो मेरे लिए बहुत बड़ी परेशानी […]

मासूम जवानी मेरी पड़ोसन की

मैंने उस किशोर लड़की को अपना लण्ड दिखाते हुए कहा- इसको लण्ड बोलते हैं और इसको ही चूत में डाल कर चुदाई करते हैं जिससे चूत और लण्ड का मिलन होता है।

फिर दूसरी से कर लेना-4

On 2007-03-10 Category: कोई मिल गया Tags:

प्रेषक : संजय शर्मा कहानी के तीसरे अंश में मैंने लिखा कि मैं, बिमला दीदी और उसकी ननद गुड़िया, हम तीनों के घर आने के बाद उसी दिन दोपहर को एक जम कर हम सबने चुदाई की और तीनों ने मिलकर हमारे लंड को चूस चूस कर हमारी मलाई काफी स्वाद लेकर खाई ! किस […]

डांस प्रैक्टिस

On 2007-03-09 Category: पड़ोसी Tags:

मैं बहुत दिनों से अन्तर्वासना की कहानियाँ पढ़ रहा हूँ। इसमें लोग कुछ तो काल्पनिक कहानी लिखते हैं और कुछ कुछ ही सच्ची होती हैं। किसी का आज तक तीन इंच चौड़ा लंड देखा है? गधे का भी दो इंच चौड़ा होता है। वो फिर क्या गधे का बाप है। कोई बात नहीं मैं अपनी […]

बानो की जवां रातें-2

On 2007-03-08 Category: पड़ोसी Tags:

लेखिका : शमीम बनो कुरैशी मेरे नथुनों में बानो की चूत की रसभरी महक बस गई। ऐसी खुशबू मैंने जिन्दगी में पहली बार पाई थी। उसने अपनी चूत को मेरे मुख पर रगड़ दिया और मेरा चेहरा लसलसे, चिकने द्रव से भिगा दिया। बाकी का काम मेरी लपलपाती हुई जीभ ने कर दिया। उसकी चूत […]

बानो की जवां रातें-1

On 2007-03-07 Category: पड़ोसी Tags:

लेखिका : शमीम बानो कुरैशी फ़रदीन भाई जान ने मुझसे कहा कि आज मैं भी आप जैसा लिखूंगा, मैंने भी तो आपको चोदा है, मैं कहानी का स्वरूप लिखूंगा, बस आप उसे दिलचस्प बना देना। मेरे साथ फ़रदीन ने कैसे अपनी रंगीनियाँ बिखेरी, यह उसकी दस्तान है। वो इस तरह से अपनी आप बीती लिखते […]

तू तो कुछ कर-2

On 2007-03-06 Category: गुरु घण्टाल Tags:

प्रेषक : राजा गर्ग प्रिय पाठको, मैंने अपनी पहली कहानी “तू तो कुछ कर” में अपनी मैडम के बारे में ज़िक्र किया था मगर मैंने यह तो बताया ही नहीं कि वो लगती कैसी थी। वो एक कमाल की औरत जिसका कद 5’6″ के आसपास है और उसकी आँखें बिलकुल नशे से भरी हुई, उसके […]

अभिलाषा की अभिलाषा

On 2007-03-04 Category: पड़ोसी Tags:

प्रेषक/प्रेषिका : छम्मक छल्लो यह अन्तर्वासना पर मेरी पहली कहानी है, यह एक सच्ची घटना है। मेरे पड़ोस में एक लड़की रहती थी अभिलाषा। वह मुझसे एक साल छोटी है। उसकी माँ और मेरी माँ काफी अच्छी सहेलियाँ हैं। वह बचपन से ही मुझसे किताबों और पढ़ाई के मामले में मदद मांगती रही है। आंटी […]

मधु और भंवरा

On 2007-03-03 Category: पड़ोसी Tags:

प्रेषिका : श्रेया अहूजा मैं और मधु बचपन में घर-घर, लुक्का-छिप्पी, डॉक्टर-डॉक्टर खेलते थे … बचपन ने जवानी का कब रुख लिया पता ही नहीं चला … अब मैं इंटर में हूँ और मधु भी. बस यह फर्क है कि वो हिंदी सरकारी कॉलेज में और मैं इंग्लिश कॉलेज में बस .. हम आज भी […]

मेरी पहली चुदाई प्रीति के साथ

वो मेरे कपड़े उतार कर मेरे बराबर में लेट गई और मेरे लण्ड को छुआ और बोली- हाय! तुम्हारा लंड तो बहुत बड़ा है? आज सही मायने में मेरी चूत की प्यास बुझेगी!

प्रेम के अनमोल क्षण-2

प्रेषिका : दिव्या डिकोस्टा भाभी अपने एक एक अंग को मेरे शरीर के ऊपर दबा रही थी, सिसक रही थी… चुम्बनों से मेरा मुख गीला कर दिया था। लण्ड मेरा फ़ूलता ही जा रहा था। लग रहा कि बस भाभी की चिकनी चूत को मार ही दूँ। भाभी के हाथ जैसे कुछ ढूंढ रहे थे… […]

प्रेम के अनमोल क्षण-1

प्रेषिका : दिव्या डिकोस्टा श्री मनोहर सिंह मेहता के द्वारा भेजी गई कहानी को मैं आपके समक्ष प्रस्तुत कर रही हूँ। मुझे कुछ कुछ ऐसा प्रतीत होता है कि जिन घरों में भाभियां होती हैं, तो साथ रहने वाले देवर के मन में कभी ना कभी तो पाप जाग ही जाता है और नतीजन भाभियाँ […]

शिल्पा के साथ ट्रेन का सफ़र-4

लेखक : माइक डिसूज़ा प्यारे दोस्तो, अब तक आपने शिल्पा के साथ ट्रेन में चुदाई के बारे में पढ़ा। आपने यह भी पढ़ा कि कैसे उसनी पहली बार अपने अंकल से अपनी चुदाई और फिर अपने नौकर और उसके दोस्तों के साथ चुदाई के किस्से मुझे सुनाये। अब आगे क्या हुआ मैं आपको ये बताता […]

स्नेहा और मैं

On 2007-02-20 Category: जवान लड़की Tags:

दोस्तों मेरा नाम रॉकी है, दिल्ली का रहने वाला हूँ। मैं आपके सामने एक घटना बताने जा रहा हूँ जो मेरे साथ घटी है, यह सब मुझसे गलती से हुआ था। मेरे पड़ोस में एक परिवार रहता था, जिसमें दो लड़कियाँ और एक लड़का था। दोनों लड़कियाँ लड़के से बड़ी थी, बड़ी वाली का नाम […]

पत्थर की रगड़ाई वाले से गांड मरवाई

On 2007-02-19 Category: गे सेक्स स्टोरी Tags:

लेखक : सनी मेरी एक एक कहानी को दिल से पसंद करके मुझे अपना अपना प्यार खुले दिल से दिया, और दोगे हर कोई मुझे कह रहा है कि गांडू अपनी चुदाई ज़रा जल्दी जल्दी भेजा कर ! अब कब भेजेगा ? अब आगे बढ़ते हुए गुरु जी और सभी पाठकों को बहुत बहुत प्यार […]

मदमस्त जवानी

On 2007-02-18 Category: कोई मिल गया Tags:

राधिका ने अजय को अपने नीचे दबा लिया,"मादरचोद मेरी गाण्ड का तो तूने हलवा बना दिया, अब देख साले ! तैयार हो जा... मेरी चूत में कितना दम है तू ही देख ले !"

Scroll To Top